बिहार के मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) को पटना हाई कोर्ट ने चर्चित AK-47 केस में बरी कर दिया है। अनंत सिंह के बरी होने पर बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है. अब इस मामले में नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों का भी रिएक्शन आना शुरू हो गया है। इस मामले में मंत्री श्रवण कुमार, मंत्री संतोष सुमन और मंत्री जयंत राज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कोर्ट का मामला है, संतोष कीजिये
बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा कि कोर्ट हमलोगों से ऊपर है और न्यायालय के फैसले को सभी को सम्मान करना चाहिए। किसी को भी न्यायालय के मामले पर हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही न्यायालय के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने जो भी फैसला सुनाया है उसका उस पर आप लोग संतोष कीजिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इसके आगे जो कुछ भी होगा उसपर आपको बाद में जवाब दिया जाएगा। फिलहाल कोर्ट का मामला है तो इसका सम्मान करना चाहिए।
BREAKING : अनंत सिंह को AK-47 मामले में पटना हाई कोर्ट ने किया बरी
न्यायालय के आगे ना मीडिया है ना हमलोग
इस मामले पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री जयंत राज ने कहा कि यह कोर्ट का मामला है। कोर्ट अगर किसी को बरी करता है तो यह कोर्ट का मामला है। कोर्ट के मामले पर बयान देना हमलोग का काम नहीं है। कोर्ट ने अपने हिसाब से पूरे मामले को संज्ञान लेते हुए निर्णय दिया है। इस पर ज्यादा कुछ बोलना सही नहीं। जयंत राज ने कहा कि न्यायालय के आगे ना मीडिया है ना हमलोग हैं।
अनंत सिंह को गिफ्ट मिला ?
वहीं हम पार्टी के नेता और नीतीश कैबिनेट में मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि न्यायालय का मामला है इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करना है। कोर्ट में सब कुछ देखने के बाद ही उनको बरी किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अनंत सिंह के पाला बदलने पर कहा कि यह उनकी मर्जी थी। इसको इससे जोड़ कर नहीं देखना चाहिए कि इसी बात का अनंत सिंह को गिफ्ट मिला है। यह कोर्ट का मामला है और वह राजनीतिक मामला है। दोनों अलग अलग चीज है।