बिहार के लोगों के साथ दूसरे राज्यों में हिंसा की वारदात तो कई बार सामने आई है। इसके अलग अलग कारण रहे हैं। लेकिन कुछ मामले क्षेत्रवाद से भी जुड़े रहे हैं। अभी तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार का मामला सुर्खियों में है। बिहार सरकार और तमिलनाडु सरकार दोनों ने इस मामले को पूरी तरह अफवाह बताया है। लेकिन प्रशांत किशोर ने एक ऐसा मामला उठाया, जो बिहारियों के साथ दुर्व्यवहार से जुड़ा हुआ था। इधर प्रशांत किशोर ने मामला उठाया और उधर कार्रवाई हो गई। ऐसे में इस मामले में तो यही लग रहा है कि जो काम बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव नहीं कर सके। वह काम बिहार में पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने कर दिया है।
कट्टरवादी नेता गिरफ्तार
वैसे तो जिन वीडियोज पर बिहार और तमिलनाडु के बीच तनाव बना हुआ था, वे फेक पाईं गईं हैं। लेकिन प्रशांत किशोर ने तमिलनाडु के एक कट्टरवादी नेता का वीडियो शेयर किया था जो नफरत और हिंसा के लिए उकसा रहा था। वह वीडियो सेंथामिझन सीमान का था। अब तमिलनाडु पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। सेंथामिझन सीमान के बारे में प्रशांत किशोर ने 10 मार्च 2023 को एक वीडियो अपने ट्टिवर हैंडल से पोस्ट किया था। प्रशांत ने लिखा था कि नफरत और हिंसा भड़काने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों से कानून के मुताबिक निपटा जाना चाहिए।
PK के ट्वीट पर क्विक एक्शन
प्रशांत किशोर के ट्वीट का असर ये रहा कि तमिलनाडु सरकार ने सीमान को गिरफ्तार कर लिया है। तमिलनाडु सरकार की इस कार्रवाई पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को धन्यवाद कहा है। वीडियो तमिलनाडु की स्थानीय भाषा में था। इस वीडियो में उसका हिंदी अर्थ भी बताया गया था कि नेता क्या कह रहे हैं। वीडियो में कहा जा रहा है कि- “हिंदी भाषी लोग, बदहवासी में अपना सामान पैक कर यहां से भागेंगे। मुझे नहीं पता मैं कितनों को पीटूंगा। एक हफ्ते के अंदर वो अपना सामान बांध लेंगे।” सेंथामिझन सीमान के इसी भाषण वाले वीडियो को पीके ने पोस्ट किया था।