जदयू में सियासी उठा-पटक के बीच पार्टी ने एक माह तक प्रस्तावित सभी रैली रद्द कर दी है। पहले पार्टी द्वारा उचित जगह नहीं मिलने का कारण बताकर बनारस की रैली रद्द की। अब 10 जनवरी को झारखंड के रामगढ़ में प्रस्तावित नीतीश की रैली भी रद्द कर दी गई है, जिस पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्णन ने कहा कि जदयू में कल क्या होगा? आज इसकी गारंटी कोई ले ही नहीं सकता है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए जाएंगे अहम निर्णय
सूत्रों के अनुसार, 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बदले जाने तक की चर्चा है। इससे पार्टी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द किया है। सूत्रों की मानें तो नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के बाद नए कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जा सकती है।
कर्पूरी ठाकुर के जयंती कार्यक्रम भी रद्द किए थे
जिस कर्पूरी ठाकुर की जयंती को आयोजित करने के लिए पार्टी एक महीने पहले से जुटी थी। विधायकों से पार्टी पदाधिकारियों तक को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसे भी अचानक रद्द किया गया है। कर्पूरी की जयंती पर पार्टी पटना के मिलर स्कूल में बड़ी जनसभा करने वाली थी। पूर्व निर्धारित रैली के रद्द होने के सवाल पर मंत्री विजय चौधरी का कहना है कि सभा करना और रद्द करने की तो कोई बात ही नहीं है। समझ लीजिए कि कर्पूरी जी की जयंती का कार्यक्रम हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश ने ही मनाने की शुरुआत की है। जयंती के दिन सबसे ज्यादा पार्टी के लोग श्रद्धांजलि देते हैं। हम लोग उनके गांव भी जाते हैं और पार्टी द्वारा कार्यक्रम भी होता है। इस बार भी हर जिला मुख्यालय में यह कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। यह तो और अच्छी बात है कि पूरे बिहार में कार्यक्रम होगा।
जदयू कुछ तय नहीं कर पा रहा- भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्णन ने तंज कसते हुए कहा कि जेडीयू में तय कार्यक्रम स्थगित होने के पीछे बहुत कारण हैं। जेडीयू को खुद नहीं पता कि उनका राजनीतिक भविष्य क्या होने वाला है? जदयू में जितनी राजनीतिक अनिश्चितता है, उतनी तो अब तक बिहार की किसी भी पार्टी के साथ नहीं हुआ। जदयू कुछ तय नहीं कर पा रहा है।