बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्षी एकता के अभियान में जुटे हुए हैं। दिल्ली दौरे के के बाद आज वो पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे ही हैं। जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद एकबार फिर से विपक्षी एकजुटता का राग अलापा। हालांकि उनकी विपक्षी नेताओं से होने वाली मुलाकात कितनी सफल होगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता का तो दंभ भर रहे हैं लेकिन विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इस सवाल पर मौन धारण किए हुए हैं। भाजपा की तरफ से भी इस सवाल को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा जा रहा है।
ममता से मिले नीतीश-तेजस्वी, भाजपा के खिलाफ आवाज बुलंद
“कौन होगा PM पद उम्मीदवार?“
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है। विपक्षी एकता की पहल करने को पहले इनलोगों ने ये बताना चाहिए की इनका प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन है। नीतीश कुमार ऐसी शादी का दूल्हा बनाने की कोशिश में जिसके बारे में अभी ये पता ही नहीं है कि दूल्हा कौन है। उन्हें सबसे पहले से ये बताना चाहिए कि दूल्हा कौन है। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर बिहार के संसाधनों का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई काम नहीं कर रहे हैं और राज्य के संसाधनों को बर्बाद कर रहे हैं।
PM उम्मीदवारी पर सस्पेंश बरक़रार
दरअसल आज ममता बनर्जी से मुलकात के बाद भी नीतीश कुमार यही कहते नजर आए की अभी सिर्फ विपक्षी एकता पर ध्यान है। बाद में सब स्थ बैठा कर आगे की बातें तय करेंगे। वहीं ममता बनर्जी भी नीतीश कुमार के सुर में सुर मिलाती दिखी। फिलहाल विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर सस्पेंश बरक़रार है। एक बड़ा सवाल ये भी कि जिसे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा उसे सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिलेगा या नहीं।