राष्ट्रपति चुनाव में बिहार से 243 विधायकों के वोट हैं। CM नीतीश कुमार समेत कई मंत्रियों को भी वोट देने का अधिकार इसलिए नहीं है, क्योंकि वे विधान परिषद के सदस्य हैं। लेकिन कुल 243 विधायकों के वोट भी पूरे नहीं पड़े। इस बार राष्ट्रपति चुनाव में दो वोट कम पड़े। बिहार से विधायकों के कुल 241 वोट पड़े।
मंत्री सुभाष सिंह ने नहीं दिया वोट
बिहार में भाजपा के पास कुल 77 विधायक हैं। इसमें गोपालगंज के विधायक सुभाष सिंह भी हैं। सुभाष सिंह बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री भी हैं। लेकिन बीमार होने के कारण वे अपना वोट नहीं डाल सके। सुभाष सिंह किडनी रोग से पीड़ित हैं। वे दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। इस कारण उनका वोट नहीं डाला जा सका।
विपक्ष को भी एक वोट का नुकसान
सत्तापक्ष की ओर से सुभाष सिंह के वोट नहीं देने के साथ विपक्ष को भी एक वोट का नुकसान हुआ। आर्म्स मामले में सजायाफ्ता अनंत सिंह की सदस्यता रद्द होने के कारण उन्होंने वोट नहीं डाला। ऐसे में विपक्ष को भी एक वोट का नुकसान हुआ। हालांकि विपक्ष के अन्य वोट डाले गए।
बिहार से NDA को लाभ
Bihar में विधायकों की कुल संख्या 243 है। इसमें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 241 वोट डाले गए। इसमें NDA के 127 विधायकों ने वोट डाला। जबकि विपक्ष के 114 विधायक वोटिंग में शामिल हुए। ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार से NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ही अधिक वोट मिले हैं। बिहार से यशवंत सिन्हा को निराशा मिली है।