जेडीयू में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी नेता पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं तो वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह हैं। ये बात एक बार फिर से साबित हो गई है। दरअसल आज यानी शनिवार को ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। जिसके बाद उनका चुना जाना लगभग तय है। क्योंकि किसी और ने नामांकन नहीं किया है। इसका सीधा सा मतलब है कि ललन सिंह निर्विरोध जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष फिर से बनने की उनकी बात तभी तय हो गई थी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके नाम की प्रस्तावना की थी। बता दें कि पूर्व जेडीयू अध्यक्ष RCP सिंह के केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद पिछले साल जुलाई में ललन सिंह को पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था।
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कुढ़नी में होगी असली परीक्षा
ललन सिंह जब से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तभी से उन्होंने पार्टी को मजबूत करने पर जोर दिया। यही कारण है कि एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनपर भरोसा जताया है। लेकिन ललन सिंह की असली परीक्षा कुढ़नी उपचुनाव में होनी है। इसके पीछे का वजह बिलकुल साफ है क्योंकि जब से ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं तब से जेडीयू ने अपने सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा है। कुढ़नी में ये पहली बार होने जा रहा है जब ललन सिंह के नेतृत्व वाली जेडीयू अपने सिंबल पर चुनाव लड़ रही है। ऐसे में इस चुनाव में जेडीयू का प्रदर्शन सीधा-सीधा ललन सिंह के चुनावी नेतृत्व को प्रदर्शित करेगा। अब ऐसे में देखना काफी खास होगा कि ललन सिंह, नीतीश कुमार के भरोसे पर खरा उतर पाएंगे या नहीं।
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