बिहार की पाटलिपुत्र लोकसभा सीट (Patliputra Loksabha Seat) हॉट सीटों में शुमार है। पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा। इस सीट पर एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव और महागठबंधन से आरजेडी उम्मीदवार मीसा भारती के बीच कड़ा मुकाबला है। मीसा भारती के लिए चुनाव प्रचार में लालू परिवार ने पूरी ताकत यहीं झोंक दी है। वहीं भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव तीसरी बार सांसद बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पाटलिपुत्र लोकसभा सीट साल 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। यहां पर तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं। तीनों ही चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार ही जीतते आए हैं। 2009 में पाटलिपुत्र सीट पर पहला चुनाव हुआ था। एनडीए की ओर से जदयू के टिकट पर रंजन प्रसाद यादव ने चुनाव लड़ा था। उनके खिलाफ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव खुद थे। लेकिन मोदी लहर में यह चुनाव रंजन प्रसाद यादव जीते।
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इसके बाद 2014 के चुनाव में बीजेपी ने यहां से रामकृपाल यादव को चुनावी मैदान में उतारा। उनके खिलाफ लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती थीं। लेकिन यह चुनाव रामकृपाल यादव जीत गए। 2019 के चुनाव में भी रामकृपाल यादव ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा। रामकृपाल यादव के साथ एक प्लस पॉइंट ये है कि वह अपने क्षेत्र में उपलब्ध रहते हैं। उनपर ‘टूरिस्ट सांसद’ का ठप्पा नहीं लगा है। वहीं मीसा भारती ज्यादा समय दिल्ली रहती हैं।
हालांकि 2019 के चुनाव में मीसा भारती ने रामकृपाल यादव को कड़ी टक्कर दी थी। अब देखना है कि क्या मीसा भारती इस जीत के अंतर को कम कर पाती हैं या नहीं। या रामकृपाल यादव फिर से तीसरी बार जीत का पताका फहराएंगे। वैसे चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि भले ही लालू परिवार ने इस सीट पर पूरी ताकत लगा दी है लेकिन इस बार भी मीसा की राह आसान नहीं है।