पटना. वर्ल्ड किडनी डे पर एचडीएनए, आरोग्यम अस्पताल,(आईएएस कॉलोनी, रूपसपुर) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधान पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो रणबीर नंदन ने कहा कि आज यह नारा जरुर आत्मसात करना चाहिए स्वस्थ किडनी, स्वस्थ देश। यह नारा बुलंद होना चाहिए। किडनी रोग की भयावहता इतनी बड़ी हो रही है कि किडनी रोग और इसके रोगियों के लिए विशेष नीति बनाना जरुरी है।
प्रो. नंदन ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि विश्व में भविष्य में 5 क्रॉनिक बीमारियों में एक किडनी रोग भी शामिल होगी। आज किडनी की बीमारी तेजी से फैल रही है। उसके अनेक कारण हैं। लेकिन मुख्य कारण मधुमेह एवं रक्तचाप प्रमुख है। अफसोस की बात है कि भारत देश धीरे धीरे विश्व का सर्वाधिक मधुमेह पीड़ित वाला देश हो जाएगा, यदि मधुमेह रोग की उचित रोकथाम नहीं होगी।
प्रो. नंदन ने कहा कि आज आवश्यकता है कि बिहार सरकार वैसे सभी अत्याधुनिक हॉस्पिटल, जो हार्ट और किडनी का इलाज करते हैं, उसे आयुष्मान कार्ड से जोड़ दिया जाए। वैसे अस्पताल जिन्होंने अपने यहां किडनी ट्रांसप्लांट की सुपर स्पेशियलिटी व्यवस्था बनाई है, उन्हें अविलंब ट्रांसप्लांट करने का लाइसेंस दिया जाए। प्रो. नंदन ने कहा कि मैंने विधान परिषद में 2018 में यह बात उठाई थी कि बिहार में भी बंगाल के तर्ज पर नॉन रिलेटेड किडनी ट्रांसप्लांट का कानून बनाया जाए। और इमोशनल लेवल पर किडनी डोनेट करने का कानून बनाया जाए। सरकार ने सदन में यह माना था परंतु अभी तक नॉन रिलेटेड किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया यहां प्रारंभ नहीं हुई। जिसके कारण बिहार के हजारों मरीजों का ट्रांसप्लांट पश्चिम बंगाल में हो रहा है।
प्रो. नंदन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि बिहार के किडनी रोगियों एवं किडनी ट्रांसप्लांट वाले व्यक्तियों को फ्री दवा देने की प्रक्रिया को पुनर्बहाल करें क्योंकि यह व्यवस्था वर्ष भर चलने के बाद बंद हो गई है। और पटना में अविलंब किडनी रोग के इलाज हेतु अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण अविलंब किया जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. हर्षवर्द्धन ने किया। इस अवसर पर हार्ट विशेषज्ञ डॉ. निशांत त्रिपाठी, डॉ. अशोक कुमार सिंह, सहित अनेकों डॉक्टर व अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे। अनेकों किडनी ट्रांसप्लांट व्यक्तियों एवं डोनर्स ने अपना अपना अनुभव साझा किया।