बिहार में इस समय भारी बारिश हो रही है और 23 जिलों को येलो अलर्ट पर रखा गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने निवासियों को चेतावनी जारी करते हुए इस दौरान सतर्क रहने की अपील की है।
बिहार में मानसून की गतिविधियों में तेजी: राज्य के विभिन्न जिलों में हो रही लगातार बारिश के पीछे बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनना और बांग्लादेश एवं पूर्वोत्तर बिहार के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र का होना प्रमुख कारण हैं। इन मौसमी परिस्थितियों के कारण समुद्र के किनारे के इलाकों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
23 जिलों में येलो अलर्ट जारी: मौसम विभाग ने बिहार के 23 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें पटना सहित कई प्रमुख शहर शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। आइएमडी के अनुसार पटना के साथ बांका, जमुई, शेखपुरा, किशनगंज, पूर्णिया, लखीसराय, बेगूसराय, नवादा, गया, नालंदा, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में बारिश की संभावना है.
बारिश का आंकड़ा: इस वर्ष बिहार में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है, लेकिन अगस्त माह में अब तक हुई बारिश सामान्य से कम है। हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होगी।
तापमान में गिरावट: राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावत दर्ज की गई है। बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
किसानों के लिए लाभ: मानसून की अच्छी बारिश से किसानों को काफी लाभ होगा। इससे खरीफ की फसलों को पर्याप्त पानी मिलेगा और उत्पादन में वृद्धि होगी।
सावधानी बरतने की अपील: लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बारिश के दौरान सावधानी बरतें। तेज हवाओं और बारिश से बचने के लिए सुरक्षित स्थान पर रहें। खेतों में काम करने वाले किसानों को भी सावधान रहने की जरूरत है।
विशेषज्ञों की राय: मौसम विज्ञानी मानते हैं कि मानसून की गतिविधियां अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती हैं। हालांकि, बारिश की तीव्रता और अवधि में बदलाव हो सकता है।
- जलभराव की आशंका: लगातार बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन को जल निकासी के उचित इंतजाम करने चाहिए।
- भूस्खलन का खतरा: पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। लोगों को इन क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
- फसलों पर प्रभाव: अधिक बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय करने चाहिए।
- मच्छर जनित बीमारियों का खतरा: बारिश के बाद मच्छरों का प्रजनन बढ़ जाता है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लोगों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।