बिहार शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने छुट्टियां रद्द करने का आदेश जारी किया है। पूरे साल मिलने वाली 23 छुट्टियों को घटाकर अब 11 कर दिया गया है। इस हिसाब से कल यानी गुरुवार को होने वाली रक्षाबंधन की छुट्ट भी रद्द हो गई है। इसके साथ ही इस साल लगभग 14 छुट्टियां अब रद्द रहेंगी और शिक्षकों को रक्षाबंधन, तीज, जिउतिया में भी जहां छुट्टी नहीं मिलेगी। वहीं, दुर्गापूजा, छठ, दीपावली, भैया दूज, गुरु नानक जयंती, चित्रगुप्त पूजा जैसे त्योहारों में भी छुट्टियों में कटौती की गई है।
दीपावली से छठ तक 9 की जगह 4 दिन की छुट्टी
दीपावली से छठ पूजा तक के लिए अब तक लगातार छुट्टियां रहती थी। इस 9 दिन की छुट्टी को घटाकर सिर्फ 4 दिन का शिक्षा विभाग ने कर दिया है। दीपावली के दिन एक दिन की छुट्टी, चित्रगुप्त पूजा की एक दिन की छुट्टी और छठ के समय की 2 दिन की छुट्टी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने छुट्टियां रद्द करने का कारण बताया है कि समय समय पर परीक्षा, त्योहार, चुनाव की वजह से पढ़ाई बाधित हो रही है, ऐसे में बच्चों के हित में छुट्टियों रद्द करने का आदेश जारी किया गया है। बता दें कि जब से बिहार शिक्षा विभाग का पदभार केके पाठक ने संभाला है। तब से रोज नए-नए निर्देश जारी किए जा रहे है। शिक्षा विभाग के फरमान के बाद एक बार फिर से शिक्षकों में आक्रोश है।
शिक्षा विभाग का आदेश
संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाए
शिक्षा विभाग के इस फरमान पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द की गई हैं और कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाए और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक लग जाए। वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय सिंह ने भी शिक्षा विभाग के इस फरमान पर शिक्षा विभाग सहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना सधा है। विजय सिन्हा ने कहा है कि बिहार सरकार बिहार में तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। बिहार को बंगाल के तर्ज पर आगे बढ़ाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू कर चुके हैं।
पठन-पाठन में कोई कमी ना हो इसके लिए निर्देश
शिक्षा विभाग के इस फरमान पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे हैं हमले पर राजद ने सफाई दी है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि छात्रों को पठन-पाठन में कोई कमी ना हो इसके लिए यह है। क्योंकि शिक्षा विभाग के शिक्षक कई सारे कामों में लगे हैं, इससे छात्रों के पठन-पाठन में मुश्किल हो रही थी। वहीं जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने गिरिराज सिंह द्वारा उठाए गए सवाल पर पटवार किया है। उन्होंने शिक्षा विभाग के फैसले पर सफाई दी है।