बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ भाजपा ने गुरुवार, 13 जुलाई को विधानसभा मार्च किया। इस मार्च के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद खबर आई कि पुलिस की लाठीचार्ज ने एक भाजपा नेता की जान ले ली। भाजपा नेता इस मौ’त के बाद भड़के हुए हैं। हर नेता नीतीश कुमार की सरकार के ताबूत में आखिर कील बता रहा है। लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। जदयू का दावा है कि जिस कार्यकर्ता के मौ’त का दावा किया गया, उसकी मौ’त पुलिस के लाठीचार्ज में नहीं हुई है। जदयू ने अपने दावे को लेकर सबूत भी दिया है।
पुलिस की लाठी ने ली एक BJP नेता की जा’न, कई सांसद और विधायक घायल
भाजपा का दावा लाठीचार्ज में मौ’त
दरअसल, भाजपा ने आज बिहार सरकार के नीतियों के विरोध में विधानसभा मार्च निकाला था। जिसे रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से कड़ी तैयारी की गई थी। जैसे ही भाजपा के नेता और कार्यकर्त्ता डाक बंगला चौराहे पर पहुंचे पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी। वहीं, आंसू गैस और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल पुलिस के द्वारा किया गया। पुलिस की लाठीचार्ज में भाजपा के नेता कार्यकर्त्ता बुरी तरह घायल हो गए। यहां तक कि भाजपा के कई सांसदों और विधायकों को भी गंभीर चोटें लगी है। लाठीचार्ज में घायल हुए भाजपा नेता की मौ’त भी हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने विजय कुमार सिंह के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता का ऐलान भी कर दिया है।
सांसद-विधायक पर भी कहर बनकर टूटी पुलिस, किसी के सिर फोड़े तो कई की हड्डियां टूटी
जबकि जदयू का कहना है कि जहां विरोध प्रदर्शन का आयोजन था, उससे पहले ही मची भगदड़ की वजह से विजय कुमार सिंह गिर गए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। वहीं इलाज के दौरान विजय कुमार सिंह की मौ’त हो गई। जदयू ने इस मामले में एक तथाकथित प्रत्यक्षदर्शी का वीडियो भी ट्वीट किया है।