[Team insider] युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया है। हंगामे को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया और परिजनों को लिखित शिकायत देने की बात कही है। दरअसल मामला नीलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का है जहां सड़क हादसे के बाद 17 वर्षीय अर्श राज नामक युवक को उसके परिजन अस्पताल लेकर आये थे। जहां उसकी मौत हो गयी।
निदेशक ने लापरवाही से किया इनकार
हालांकि अस्पताल के निदेशक डॉ. रतन केजरीवाल ने लापरवाही से इनकार किया है और कहा कि युवक सड़क हादसे के बाद अस्पताल आया था। उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद उसके परिजनों को सीटी स्कैन करने का निर्देश दिया था। लेकिन सीटी स्कैन परिजनों के द्वारा नहीं करा कर उसे घर ले जाया गया जहां उसकी स्थिति खराब हुई। लापरवाही की बात कहीं से भी सही नहीं है। वहीं मौके पर पहुंचे चास थाना प्रभारी रामप्रवेश कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले पर कार्रवाई करने की बात कही है।
अपनी मां को बाइक से लाने जा रहा था
जानकारी के मुताबिक चास थाना क्षेत्र के नवीन कॉपरेटिव का रहने वाला 17 वर्षीय डीएवी 10वीं का छात्र अर्श राज अपनी मां को बाइक से लाने जा रहा था, इसी दौरान डेमूडीह मुख्य सड़क पर को हादसे का शिकार हो गया। उसके बाद उसके परिजनों ने उसे नीलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर लाया। जहां इसका प्राथमिक उपचार कर सीटी स्कैन करा कर जल्द रिपोर्ट देने की बात कही।
परिजन का आरोप इंजेक्शन देने के कारण हुई मौत
परिजन सीटी स्कैन ना करा कर घायल को घर ले गए। उसके बाद जब इसकी स्थिति बिगड़ी तो पहले नीलम हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर लाया अस्पताल लाया। लेकिन चिकित्सक ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बोकारो जनरल अस्पताल में ले जाने को कहा। लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। परिजन अस्पताल लाकर चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। परिजनों का कहना है कि इंजेक्शन देने के कारण इसकी मौत हुई है।