[Team insider] धनबाद और बोकारो में क्षेत्रीय भाषा की सूची में भोजपुरी और मगही को शामिल किए जाने के खिलाफ झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के द्वारा रविवार को मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम तय किया गया था। इसी को लेकर धनबाद के महुदा मोड़ से बोकारो नगेन मोड़ तक मानव श्रृंखला बनाई गई। इस दौरान पूर्व सांसद रविंद्र राय रांची से बोकारो होकर धनबाद किसान मोर्चा के कार्यसमिति में शामिल होने के लिए वे राजगंज जा रहे थे। उनकी गाड़ी को रोक दिया गया और हमला किया गया। वहीं गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इस हमले के बाद रविंद्र राय ने चास मुफस्सिल थाने पहुंचकर लिखित शिकायत की है।
आंदोलनकारी उनके अंगरक्षकों से भी भिड़ गए
आंदोलन कर रहे लोग उनसे भाषाई मुद्दे पर समर्थन देने की बात कहने लगे और उनको मानव श्रृंखला के पास ले जाने का प्रयास करने लगे। मौके की नजाकत को देखते हुए वे उनके साथ वहां बैठकर उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान उनकी स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ शुरू हो गई। गाड़ी के सभी शीशे को तोड़ दिया गया। गाड़ी में लगा बोर्ड तोड़ दिया गया और गाड़ी में लगे भाजपा के झंडे को भी तोड़ा गया। इस दौरान आंदोलनकारी उनके अंगरक्षकों से भी भिड़ गए। लेकिन रविंद्र राय ने लोगों को समझाया। कुछ लोग उन्हें गाड़ी में बिठा कर वापस भेज दिया।
अंगरक्षकों को भी जान से मार दिया जाता
रविंद्र राय ने बताया कि उन्होंने समझदारी दिखाते हुए गाड़ी से थाने पहुंचाया। अगर वह समझदारी नहीं दिखाते तो उनकी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया जाता और अंगरक्षकों को भी जान से मारने दिया जाता। उन्होंने बताया कि गाड़ी में पथराव भी किया गया है, जो लोग यह हरकत कर रहे थे, वे लोग सभी शराब के नशे में थे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह हरकत हुई है हम कह सकते हैं कि यह उचित नहीं है। वहीं इस मामले में चास के एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि कुछ उपद्रवियों ने ऐसा काम किया है। सांसद सुरक्षित है और उपद्रवियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।