बोकारो शहर से लेकर गांव तक के फर्जीवाड़ा करने वाले अपराधियों का गैंग सक्रिय है। शहरी क्षेत्रों में जेवर और बर्तन सफाई को लेकर दो युवक लगातार चार घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ नहीं लगे। शहर के 12 सी निवासी संजीव कुमार सिन्हा की माता चंद्रावती देवी और पत्नी लवली सिन्हा मंगलवार को घर में थी। दोपहर 12:00 बजे बाइक से दो ठग घर तक पहुंचे, दोनों ने कासा और पीतल के बर्तन साफ करने वाला पाउडर बेचने की बात कह आंगन तक आ गए। महिलाओं को विश्वास में लेकर दोनों बर्तन चमकाने लगे। दोनों ने फिर कहा कि गहने भी चमका देंगे।
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जेवर साफ करने के बाद दोनों ने एक लिफाफा दिया
इसी बीच बुजुर्ग महिला चंद्रावती देवी के कान से बाली खोलकर चमकाने लगे। लवली भी उनके झांसे में आकर अपने कान बाली और गले से चैन खोलकर साफ करने दे दिया। जेवर साफ करने के बाद दोनों ने एक लिफाफा दिया दोनों ने कहा कि 5 मिनट के बाद इसमें रखे गहने निकाल कर देखेंगे तो उसने और चमक आएगी। इसके बाद दोनों बाइक से भाग गए। 5 मिनट बाद सास बहू ने लिफाफा खोला तो उसमें चीनी भाड़ा था चीनी देखते ही दोनों रोने लगी।
वहीं संजीव को फोन पर इसकी जानकारी दी। वह लौटकर घर में लगे सीसीटीवी कैमरे लगे पूरी हरकत को देख इसकी सूचना सेक्टर 12 पुलिस को दे दी है। इस ठगी करने वाले अपराधियों को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है 42 दिनों में शहर में यह चौथी ठगी की है पुलिस हाथ पर हाथ रखकर अभी सोच ही विचार में लगे हुए हैं इससे साफ पता चलता है कि पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा होता है।