[Team Insider] यूक्रेन पर रूस के हमले ने भारत सहित दुनियाभर में हलचल मचा दी है। यूक्रेन में पढ़ने गए हजारों छात्र और कामगार को वहां से निकालने की कोशिश की जा रही है। रूस के हमले से यूक्रेन की हालत लगातार बिगड़ती ही जा रही है। भारत के लिए बड़ी समस्या यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वहां से निकालने की है।
बेटी को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
ऐसे में बात करें तो बोकारो की अंशिका श्रीवास्तव जो एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन के विनितसिया में कर रही है। वही अंशिका के वतन वापसी के इंतज़ार में उनके पिता प्रवीण और श्रीवास्तव माता सीमा श्रीवास्तव बैठे हैं । अंशिका के माता-पिता ने देश के प्रधानमंत्री से बेटी को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं ।
हमारी बेटी सही सलामत घर लौट आए
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में वह अपने विनितसिया के नेशनल पिरोगोव मेडिकल यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन और ऑनलाइन क्लास कर रही थी। इसी बीच दो देशों के बीच हो रही युद्ध के कारण अपने हॉस्टल और हॉस्टल के बंकर में रहकर भारत वापसी का इंतजार कर रही है । अंशिका के पिता ने कहा कि हम अपनी बेटी के वतन वापसी क इंतजार कर रहे हैं । वहीं उन्होंने बताया कि हम चाहते हैं कि हमारी बेटी सही सलामत घर लौट आए ।
हॉस्टल में रह रहे सभी बच्चे परेशान
प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि बेटी को 13 दिसंबर को यूक्रेन भेजा था जहां उसकी ऑनलाइन ऑफलाइन पढ़ाई चल रही थी। इसी दौरान युद्ध शुरू हुआ । इस बीच जो बच्चे जो हॉस्टल में रह रहे हैं वो सब परेशान है। वही अंशिका के पिता ने बताया कि अंशिका से उनका संपर्क शुक्रवार को बजे हुआ था । उसने रोमानिया के लिए बस से निकलने की बात कही थी । लेकिन बीच बॉर्डर सील रहने और लगातार मिलिट्री वाहन के सायरन बजने के कारण बस वापस हॉस्टल आ गई।
बेटी कि यूक्रेन फंसे होने से पूरा परिवार चिंतित
वही अंशिका की मां ने देश के प्रधानमंत्री से अपील की है कि सभी ऐसे छात्रों को सकुशल वतन वापस आ जाये। उन्होंने कहा कि 1-2 प्लेन भेजने से काफी समय लगेगा । इसलिए भारत सरकार इस पर जल्द से जल्द कोई ऐसी पहल करें और प्लेन की संख्या बढ़ाकर सभी को वतन वापसी कराई जाए उन्होंने कहा कि बेटी कि यूक्रेन फंसे होने से पूरा परिवार चिंतित है। खाना पीना भी अब गले से नीचे नहीं उतर रहा है।