पूर्णिया में बुधवार को एक युवक ने ससुराल में सुसाइड कर लिया। गुरुवार को उसके ससुराल पक्ष और घरवालों के बीच दाह संस्कार को लेकर विवाद हुआ। ससुराल पक्ष मुस्लिम रिति-रिवाज के साथ दाह संस्कार करना चाहता था। लेकिन मायके वाले चाहते थे कि उसका हिंदू रिति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार हो। अंत में पुलिस ने शव को लड़के के परिजनों को हिंदू रीति रिवाज के साथ दाह संस्कार करने के लिए दे दिया।
दरअसल, लड़के ने 2008 में मुस्लिम महिला से लव मैरिज की थी। लड़के के मायके वालों ने इस शादी को स्वीकार नहीं किया। इसके बाद वो अपने ससुराल में रहने लगा। उसने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। मामला के.हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी का है। मृतक की पहचान के.हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार झा के बेटे आजाद कुमार झा(35) के रूप में हुई है। उसने जब मुस्लिम लड़की रानी परवीन(32) से शादी की तो धर्म परिवर्तन कर आजाद झा से अपना नाम मो.आजाद आलम कर लिया था। मृतक के 3 बेटे हैं।
पत्नी रानी परवीन ने बताया कि 2022 तक सब कुछ ठीक था। वो दूसरे का ऑटो चलाता था। इसकी वजह से 2022 में उसने अपनी मां से खुद का ऑटो खरीदने के लिए 50 हजार रुपए मांगे थे। लेकिन मां ने उसे पैसे नहीं दिए। इसके बाद से वो काफी तनाव में रहने लगा था। वो शराब का सेवन करने लगा था। इस दौरान उसने 2022 में ही एक बार जहर खाकर सुसाइड की कोशिश भी की थी, लेकिन किसी तरह से उसे बचा लिया गया था।
महिला ने आगे बताया कि बुधवार को वो अपने बेटे के स्कूल गई थी। वहां से आई तो कमरा खोल कर देखा तो आजाद फंदे से लटका मिला। इसके बाद बेटों की मदद से उसे नीचे उतारा गया। हमलोग आनन-फानन में उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हमलोग शव को वापस घर लेकर आए। हमलोग उसके शव को मिट्टी में डालने जा रहे थे। तभी आजाद के घर वाले आ गए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया कि शव का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के साथ होगा।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इसके बाद शव को इन लोगों को सौंप दिया गया। तभी दोनों पक्षों के बीच शव के दाह संस्कार को लेकर बवाल मच गया। पुलिस ने मामले को शांत करवाते हुए अंत में शव लड़के के घरवालों को दे दिया।