रामगढ़ विधायक ममता देवी से जुड़े मामले की होने वाकी सुनवाई आज के लिए टल गई। दरअसल हजारीबाग सिविल कोर्ट के अधिवक्ता असंमजश विश्वास का निधन हो गया, जिसके बाद आज कोर्ट की कार्रवाई नहीं हो सकी। वही इस मामले अब मामता देवी को एक दिन की मोहलत भी मिल गई है। फिलहाल ममता सहित अन्य आरोपियों सेंट्रल जेल हजारीबाग में है। बता दें कि मामता देवी को 8 दिसंबर को हजारीबाग कोर्ट के आदेश पर हिरासत में लिया गया था।
हजारीबाग एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया था
बता दें कि हजारीबाग एमपी एमएलए कोर्ट ने रामगढ़ की विधायक ममता देवी को दोषी करार दिया था, जिसके बाद ममता देवी की विधायकी पर खतरा मंडराने लगा है। कोर्ट के आदेश के बाद विधायक ममता देवी को कस्टडी में ले लिया गया था और और उन्हें जेल भेज दिया गया था। वहीं आज कोर्ट सजा सुनायी जानी थी।
क्या है मामला
मामला साल 2016 का है। नागरिक चेतना मंच के बैनर तले वर्तमान विधायक सह तत्कालीन जिला परिषद सदस्य ममता देवी व राजीव जायसवाल के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर आईपीएल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन हुआ था। विस्थापितों, ग्रामीणों व प्रबंधन के बीच वार्ता विफल होने के बाद विवाद बढ़ने से ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प और पथराव हुआ था। इस दौरान फायरिंग में दशरथ नायक (50 वर्ष) एवं रामलखन महतो उर्फ फुतू महतो (40 वर्ष) की मौत, जबकि दोनों ओर से लगभग 43 लोग घायल हुए थे। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने गोला के तत्कालीन सीओ के वाहन को जला दिया था।
इस मामले को लेकर गोला और रजरप्पा थाना में अलग-अलग मामला दर्ज किया गया था। जानकारी के अनुसार एक मामले में विधायक ममता देवी, राजीव जायसवाल समेत आठ लोगों को तीन-तीन माह की सजा सुनायी गई थी। फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया था। जबकि रजरप्पा थाना कांड संख्या 79/16 एवं गोला थाना कांड संख्या 65/16 में आरोपी ममता देवी, राजीव जायसवाल, कौलेश्वर, अभिषेक सोनी, बालेश्वर भगत, जद्दु महतो, लाल बहादुर महतो, सुभाष एवं कुंवर महतो को लगातार तीन तारीखों पर अनुपस्थित रहने के कारण जमानत खारिज कर गैर जमानती वारंट जारी भी किया गया था।