बिहार में अपराध अपने चरम पर है एक तरफ जहां पुलिस अपराध को रोकने के लिए नये-नये कानून बनाती है वहीं दूसरी तरफ अपराध को बढ़ावा देने में भी पुलिस का नाम सामने आता है। नये नये कानून बना कर अपराध पर लगाम लगाने की कोशिश करना मात्र दिखावे भर रह जाता है। इसको सच साबित करती है हाजीपुर की धटना, जहां थाने से कुछ दूरी पर ही दबंगों की दबंगई सामने आई है।जहां जमीन पर कब्जा करने के लिए दबंगों की एक फैज एक परिवार पर अचानक हमला कर देती है। और घर को तहस नहस कर देती है।
इस दौरान बचाव के लिए आए परिवार के सदस्यों के साथ भी मारपीट की जाती है। दबंग महिला और बुजुर्गों तक को नहीं छोड़ते। इस घटना का cctv सामने आया है जिसके बावजूद भी पुलिस ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की, वहीं घटना को अंजाम देने में एक वर्दीधारी का भी नाम सामने आया है।
नोट बदली का असर: गुलाबी नोट बैंको की गिरफ्त में, पटना के बैंको में जमा हुए 27 करोड़ के गुलाबी नोट
औरतों और बुजुर्गों पर भी बरसाए हथियार
बता दें कि हाजीपुर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा गया है कि हथियार से लैस कुछ अपराधी प्रवृति के लोग एक परिवार पर हमला कर देते है। उसके घर को तोड़ देते है। साथ ही परिवार के सदस्य के साथ भी मारपीट करते है। बुजुर्गों और महिलाओं तक को नहीं छोड़ते है। गुंडई और दबंगई की खौफनाक मंजर से इलाके के लोग दहशत में है।वहीं पिटाई से लहूलुहान परिवार अस्पतालों में भर्ती है दबंगो की हैवानियत की तस्वीर CCTV में कैद हो गई है। इसके बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं इस घटना में एक पुलिस वाले के होने की बात भी सामने आ रही है।
पीड़ित रवि रंजन का कहना है कि इलाके के रसूखदार और उनके पडोसी मदन चौधरी ने अपने मकान से सटे रविरंजन की जमीन को खरीदने का प्रस्ताव रखा था जिसे पीड़ित के घरवालों ने बेचने से मना कर दिया। जिसके बाद दबंगो ने जबरन जमीन कब्जा करने के लिए परिवार को धमकी दी और मारपीट किया। आरोप है की स्थानीय थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल है जो गुंडई करने वालो की भीड़ में नाकाम पहन मारपीट कर रहा था। इस मामले से जुड़ी तस्वीर और वीडियो वायरल होने पर वरीय पुलिस अधिकारीयो ने हस्तक्षेप किया और कार्रवाही का भरोसा दिया है। घटना वैशाली के तिसिऔता की है।