RANCHI: कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कैग रिपोर्ट पर कहा एल मोदी सरकार के कई भ्रष्टाचार को उजागर किया गया है। मोदी सरकार 2013 में गला फाड़कर चिल्लाती थी उसकी पोल कैग ने खोल कर रख दी है। कैग ने कई रिपोर्ट सार्वजनिक की है। महंगाई की मार मोदी सरकार की देन है। टोल प्लाजा में भी लूट चल रही है। आयुष्मान भारत में भी धांधली हुई है और वह भी उजागर हुआ है। अयोध्या प्रोजेक्ट में भी धांधली हुई है। ठेकेदारों को फायदा पहुचाने के लिए गलत हथकंडों को आजमाया गया। इतना ही नहीं पीएम ने अपने चेहरे को चमकाने के लिए गलत तरीके से फंड का उपयोग किया।
क्या पीएम भ्रष्टाचार पर चुप्पी तोड़ेंगे
गैर बीजेपी राज्यो में जो कार्यवाही हो रही है वो छुपा हुआ नहीं है। लगातार ईडी की कार्यवाही चल रही है। जो मामले ईडी ने दर्ज किए है उसमें से 95 परसेंट नेता विपक्ष के है। महाराष्ट में जो घटना घटी सरकार बनाने में वो जग जाहिर है। ईडी की कार्रवाई में केंद्र सरकार की मिलीभगत है। वो अपने गिरेबान में झांकने का काम करे जो भ्रष्टाचार की बात करते है। पीएम अपनी नाक के नीचे हो रहे भ्रष्टाचार पर चुप्पी तोड़ेंगे। क्या आयुष्मान की जांच पीएम करेंगे। कैग की रिपोर्ट पर जवाब देंगे पीएम।
बोकारो : 2024 में एनडीए की सरकार हटेगी
सीएजी रिपोर्ट के आने के बाद कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। इसको लेकर बेरमो के कांग्रेस विधायक कुमार जय मंगल सिंह ने बोकारो में कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाक के नीचे भ्रष्टाचार हो रहा है और वह अपने आप को और सरकार को पाक साफ बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सीएजी के रिपोर्ट आने के बाद यूपीए की सरकार को देश की गद्दी से हटना पड़ा था, 2024 में एनडीए की सरकार गद्दी से हटेगी और फिर से खोई हुई प्रतिष्ठा भारत की वापस होगी। पुराने पीएसयू को निजी हाथों में बेचने का काम किया गया है। उन सभी को फिर से सरकार वापस करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक मरे हुए लोगों के नाम पर पैसे का बड़ा घोटाला हुआ है। हिंदू के आस्था के केंद्र राम मंदिर के निर्माण में भी करोड़ों का घोटाला हो रहा है। सड़कों की प्रकलित राशि बिना किसी जांच पड़ताल कई सौ गुणा बढ़ गई, यह जांच का विषय है।
जमशेदपुर : पीएम कार्रवाई करे नहीं तो जन आंदोलन
जमशेदपुर परिसदन में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में पेश नियंत्रक और महालेखा परीक्षा (CAG) की रिपोर्ट में मोदी सरकार में हुए घपले-घोटालों को खुलासा हुआ है। देश की लाखों करोड़ रुपये की अनियमितता उजागर हुआ है। मैं देश के प्रधानमंत्री से मांग करता हूं कि घोटालों और अनियमितता में शामिल मंत्रालयों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करें। अन्यथा कांग्रेस पार्टी जन आंदोलन करने को विवश होगी। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे सड़क निर्माण जिसकी निर्माण लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर कैबिनेट से मंजूर थी, उसे बढ़ाकर 250 करोड़ रूपया प्रति कि.मी कर दिया गया। मोदी सरकार की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत हेल्थ स्कीम ने तो घपलों की सारी हदे ही पार कर दी। 7.5 लाख लाभुकों का एक ही मोबाईल नम्बर 9999999999 पर निबंधन पाया गया। ऐसे ही अन्य कई फर्जी नम्बर यथा 8888888888 पर भी हजारों लाभुक निबंधित पाये गये जिसका कैग की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा है। 5 टोल प्लाजा की रैंडम ऑडिट पर कैग ने पाया कि सड़क उपयोग करने वाली जनता से 132 करोड़ रूपये ज्यादा वसूली कर ली गयी। यह तो जनता की पॉकेटमारी थी। टोल प्लाजा के नियमों का एनएचएआई (NHAI) ने इस घपले को अंजाम दिया।
चतरा: मंत्रियों व अधिकारियों को जेल भेजे मोदी सरकार
कैग के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट में केंद्र सरकार द्वारा संचालित कई योजनाओं में घोटाले का खुलासा हुआ है। घोटाले से संबंधित विभागों के मंत्रियों व अधिकारियों को केंद्र की मोदी सरकार जेल में डालें। उक्त बातें पूर्व मंत्री सह कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी ने कही। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ना खुद खाऊंगा और ना किसी को खाने दूंगा। पूर्व मंत्री ने कहा है कि देश के विकास में भ्रष्टाचारी बाधक बने हुए हैं। मैं उनकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं। परंतु पिछले दिनों जारी किए गए कैग की रिपोर्ट में कई घपले घोटाले की खबर आई है। द्वारका एक्सप्रेस वे सड़क निर्माण जिसकी निर्माण लागत 18 करोड रुपए प्रति किलोमीटर कैबिनेट से स्वीकृत थे। उसे बढ़ाकर 250 करोड रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया। इस तरह उक्त एक्सप्रेसवे सड़क निर्माण में हजारों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं। केंद्र की आयुष्मान भारत हेल्थ स्कीम में भी हजारों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं। टोल प्लाजा के रेंडम ऑडिट पर पाया गया है कि आम जनता से 132 करोड रुपए ज्यादा वसूली कर ली गई है। पर्यटन विभाग की ओर से स्वदेशी दर्शन योजना के तहत 76 योजनाओं में 5 करोड़ 45 लख 569 रुपए का घोटाला किया गया है। कॉल ब्लॉक के आवंटन में भी घोटाले किए गए हैं। कोल खदानों के नीलामी में भी मूल्य एसेसमेंट में घोर अनियमितता बरती गई है।