झारखंड में सरकार गिराने की साजिश में मनी लाउंड्रिंग के पहलूओं पर कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी से ईडी कार्यालय में 10 घंटे तक लंबी पूछताछ चली। बता दें कि सोमवार को दिन के 11 बजे इरफान अंसारी ईडी के रांची जोनल कार्यालय पहुंचे थे। ईडी को पूछताछ में कांग्रेसी विधायक ने कहा कि वह सरकार गिराने की साजिश में कभी शामिल नहीं रहे हैं। ना ही उन्होंने सरकार गिराने के लिए कभी खुद या किसी अन्य विधायक के जरिए कांग्रेस विधायक अनूप सिंह को घूस देने की पेशकश की थी। इरफान अंसारी के बाद इस मामले में मंगलवार को कांग्रेस से निलंबित विधायक राजेश कच्छप से भी पूछताछ होगी।
विधायक अनूप सिंह ने दर्ज कराया था जीरो एफ आई आर
गौरतलब है कि 30 जुलाई को कांग्रेस के तीनों विधायक एक साथ 48 लाख नकदी के साथ पकड़े गए थे। तब अरगोड़ा थाने में बेरमो विधायक अनूप सिंह ने जीरो एफआईआर दर्ज कराया था। इसी आधार पर तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था। अनूप सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायकों ने उन्हें 10 करोड़ रुपये देने का प्रलोभन दिया था साथ ही कांग्रेस का साथ छोड़ने पर स्वास्थ्य मंत्री का पद देने की बात कही थी।
बताया बरामद 48 लाख में मेरे 16 लाख ईडी ने विधायकों के पास से बरामद 48 लाख रुपये के स्रोत के विषय में पूछताछ की। इरफान अंसारी ने बताया कि बरामद रुपये में 16 लाख उनके थे, बाकि 16- 16 लाख रुपये दोनों विधायकों के थे। इरफान अंसारी ने बताया कि आदिवासी दिवस के मौक पर विधायकों के द्वारा इलाके में साड़ी का वितरण किया जाता है। बंगाल में साड़ी की खरीद सस्ते दाम पर होती है, ऐसे में विधायक पैसे लेकर बंगाल गए थे।