[Team insider] चाईबासा कोल्हान गवर्मेंट स्टेट के नाम पर फर्जी बहाली को लेकर रविवार को मुफस्सिल थाना परिसर रणक्षेत्र बना रहा। घटना के बाद सोमवार को चाईबासा शहर और आसपास के गांव में पुलिस ने फ्लैग मार्च कर शांति की अपील की। वहीं उपद्रवियों की खोज कर उनकी शिनाख्त भी की जा रही है। एसडीपीओ दिलीप खलको ने बताया कि पुलिस बल पूरी तरह से तैनात है, ताकि फिर से घटना की पुनरावृत्ति ना हो। पुलिस सादे लिबास में भी घूम-घूम कर उपद्रवियों की खोज कर रही है।
फर्जी बहाली से संबंधित निकला था विज्ञापन
बता दें कि रविवार सुबह मुफस्सिल थाना के कुर्सी पंचायत के ग्राम लादुराबासा स्कूल में फर्जी बहाली और एक दिवसीय प्रशिक्षण सह शैक्षणिक प्रमाण पत्र जांच कार्यक्रम किया जा रहा थाl फर्जी बहाली से संबंधित विज्ञापन कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम पर चम्पाय चंद्र शेखर डांगिल द्वारा किया गया था। जानकारी के बाद एसडीओ सदर तथा एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक सदर अंचल, थाना प्रभारी मुफस्सिल, दंडाधिकारी एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी, पर्याप्त सशस्त्र बल लाठी बल के साथ उक्त कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर कार्यक्रम को विफल कर दिया था।
वहां से काफी मात्रा में फर्जी नियुक्ति से संबंधित रजिस्टर एवं फाइल प्रिंटर, मॉनिटर, लैपटॉप एवं मोबाइल को जप्त किया गया था। साथ ही कुछ व्यक्तियों को वहां से हिरासत में लेकर मुफस्सिल थाना लाया गया था। जिसके बाद करीब 200 लोग परंपरागत हथियार से लैस होकर मुफस्सिल थाना का घेराव करने पहुंचे और पत्थरबाजी करने लगे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल के द्वारा भी हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज और अश्रु गैस छोड़ा गया था।
पहले भी उठ चुका है कोल्हान अलग देश की मांग का मामला
कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के तहत पहले भी कोल्हान अलग देश कीमांग की जाती थी। रामो बिरूवा नामक व्यक्ति अपने आप को कोल्हान का राष्ट्रपति घोषित कर कोल्हान को अलग देश करने की मांग उठा चुका था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेजा था। जेल में ही रामो बिरूवा की मृत्यु हो गई थी। उसका सहयोगी आनंद चातार भी देशद्रोह के मामले में जेल में ही था। कुछ दिन पूर्व ही बेल के आधार पर वह जेल से बाहर आया। इसके बाद आनंद चातार पूरे पश्चिम सिंहभूम जिला में कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम से कोल्हान की रक्षा के लिए नव युवकों की बहाली कर रहा था। आनंद चातार युवाओं को एक नियुक्ति पत्र भी बांट रहा है। 40 साल के लिए नियुक्ति दिखायी गयी है।