पटना पुलिस ने चेन स्नेचिंग गिरोह के चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का सरगना पिंकेश कुमार फिलहाल फरार है और गुजरात भागने की सूचना है। गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत कुमार पासवान, आनंद कुमार, कुंदन कुमार, और अमित कुमार शामिल हैं। पिछले छह महीनों में इस गिरोह ने पटना के विभिन्न इलाकों में 50 से अधिक चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है।
अपराध का दायरा और तरीका
यह गिरोह पटना के कंकड़बाग, शास्त्रीनगर, बाईपास, गांधी मैदान, सचिवालय, गर्दनीबाग, और पत्रकार नगर जैसे इलाकों में सक्रिय था। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि गिरोह के सदस्य रोज सुबह वैशाली से पटना आते थे और दिनभर अपराध करने के बाद रात में लौट जाते थे।
गिरफ्तारी की रणनीति
एसके पुरी थाने की पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद गिरोह के मुख्य सदस्य सुजीत कुमार को पहचाना। 16 जनवरी को सुजीत को पकड़ने के लिए पुलिस ने सिविल ड्रेस में तैनाती की। सुजीत को यमुना अपार्टमेंट के पास उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह एक और घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
आरोपी की पृष्ठभूमि और खुलासे
सुजीत ने खुलासा किया कि वह आर्थिक तंगी और अपनी प्रेमिका की मांगों को पूरा करने के लिए चोरी करने लगा। उसने बताया कि SSC जीडी परीक्षा में स्कॉलर को बैठाकर मेरिट हासिल की थी, जिसमें उसने 8 लाख रुपये खर्च किए थे। सुजीत के मुताबिक, वह चोरी के पैसों से मकान बनवा रहा था और 10+2 पास कर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था।
थानेदार पंकज कुमार ने बताया कि सुजीत इतना कुशल हो चुका था कि वह दो उंगलियों से चेन झपट लेता था। अपनी बाइक के साथ वह हमेशा रिंच और डुप्लीकेट नंबर प्लेट लेकर निकलता था। अपराध के दौरान वह बाइक की नंबर प्लेट बदल देता था, ताकि पकड़ा न जाए।
गिरफ्तार आरोपियों के बयान के आधार पर पुलिस सरगना पिंकेश कुमार की तलाश में जुटी है। इसके अलावा, गिरोह के अन्य नेटवर्क और आर्थिक लेन-देन की जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई से शहर में चेन स्नेचिंग की घटनाओं में कमी आएगी।
पटना में लगातार बढ़ रही चेन स्नेचिंग की घटनाओं के बाद इस गिरोह का भंडाफोड़ पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। अपराधियों की गिरफ्तारी से न केवल इलाके में सुरक्षा का माहौल मजबूत होगा, बल्कि गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी शिकंजा कसा जा सकेगा।