चतरा निबंधन कार्यालय में जमीन रजिस्ट्री का कार्य 19 दिन से ठप है। जिससे विभाग और सरकार को लाखो रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। यह स्थिति प्रभारी निबंधन पदाधिकारी अमरजीत बलहोत्रा के तानाशाह रवैए के कारण उत्पन्न हुई है। बावजूद जिला प्रशासन गहरी नींद में सोई हुई है। बताते चलें कि दस्तावेज नविस संघ ने बताया कि पदाधिकारी के लाल फीताशाही और कागजात जांच के नाम पर सबको नाहक परेशान किया जाता है। सरकारी गाइड लाइन से इन्हे कोई लेना देना नहीं है। इसी व्यव्स्था से क्षुब्ध होकर दस्तावेजों ने न सिर्फ कार्य करने से इंकार कर दिया बल्कि इनके नहीं हटाए जाने तक कार्य बहिष्कार रखने का निर्णय लिया है।
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अधर में लटक गई है बेटियों की शादी
इधर जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने के कारण कितने लोगों की बेटियों की शादी अधर में लटक गई है और कितने लोग अपने वैसे बच्चों को जो मेडिकल, इंजिनियरिंग आदि कर रहे हैं वे उनकी फी नहीं जमा कर पा रहे हैं । इधर प्रभारी निबंधन पदाधिकारी ने भी ताल ठोक कर कह दिया है कि चाहे जितने दिन लोग हड़ताल और कार्य बहिष्कार कर लें, हम हटने वाले नहीं हैं। अब देखना ये है कि यह हड़ताल और लबे समय तक चलेगी या फिर जिला प्रशासन इस विवाद का अंत पदाधिकारी को बदलकर करती है। । सैकड़ों की संख्या में लोग जमीन की खरीद-बिक्री करने निबंधन कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन देर शाम तक इंतजार कर काम कराये बिना लौटने को विवश हैं।