चतरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ मनीष लाल पर महिला लिपिक ने शारिरिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाकर स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा दिया है। सदर अस्पताल के स्थापना शाखा में पदस्थापित लिपिक पूनम देवी ने उपाधीक्षक पर बात नहीं मानने पर शारीरिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाते हुए विभागीय अधिकारियों आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर महिला कर्मी ने अधिकारियों को घटना से आत्मग्लानि महसूस करते हुए आत्महत्या कर लेने की धमकी तक दे डाली है। महिला लिपिक द्वारा स्वास्थ्य विभाग के बड़े होहदे पर काबिज सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ मनीष पर लगाए गए आरोपों के बाद पूरे महकमे में सनसनी फैल गई है। विभाग के कोई भी अधिकारी अधिक मामले में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं।
आरोपी चिकित्सक ने मामले में खुद को निर्दोष बताया
हालांकि आरोपी चिकित्सक ने मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए महिला कर्मी पर काम से बचने के नियत से अनर्गल आरोप लगाने की बात कही है। जबकि पीड़िता का कहना है कि जब वह सिविल सर्जन के निर्देश पर स्थापना को आवंटित दस लाख रुपये का दवा क्रय करने को लेकर सूची उपलब्ध कराने से संबंधित फाईल पर हस्ताक्षर कराने प्यून के माध्यम से उपाधीक्षक के टेबल पर भेजा था। तो उपाधीक्षक ने ही प्यून के माध्यम से ही मुझे चेंबर में बुलवाया था। उपाधीक्षक के चेंबर में गई तो उपाधीक्षक ने उन्हें नियम विरुद्ध कार्य करने को कहा। जिस पर आनाकानी और मना करने पर वह आग बबूला हो गए और कुर्सी से खड़े होकर उनके प्राइवेट पार्ट को धक्का मारते हुए उन्हें चैंबर से बाहर निकाल दिया।
इस दौरान उपाधीक्षक ने पीड़िता को गालियां भी दी। पीड़िता के अनुसार घटना के दौरान अस्पताल परिसर में लोगों की काफी भीड़ थी। उसने कहा है कि अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा उसके साथ किए गए दुर्व्यवहार और प्राइवेट पार्ट को धक्का मारने की घटना चेंबर में लगे सीसीटीवी में कैद है। जिसकी जांच होने पर सब कुछ क्लियर हो जाएगा। पीड़ित महिला लिपिक ने अस्पताल के फार्मासिस्ट सह प्रभारी अस्पताल प्रबंधक प्रियरंजन नीरज पर भी उपाधीक्षक के साथ मिलकर चेंबर में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। मामले को ले पीड़ित महिला कर्मी ने डीसी, स्वास्थ्य सचिव, निदेशक प्रमुख, सिविल सर्जन, स्वास्थ्य मंत्री और महिला आयोग समेत संबंधित विभागों के वरीय अधिकारियों से लिखित शिकायत करते हुए दोषियों के विरूद्ध जांच उपरांत कार्रवाई की मांग की है।
महिला कर्मी ने आत्महत्या की दी है चेतावनी
वहीं दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं होने पर महिला कर्मी ने आत्महत्या की चेतावनी दी है। घटना शनिवार शाम की सदर अस्पताल स्थित उपाधीक्षक चैंबर की बताई जा रही है। पीड़ित महिला कर्मी ने चैंबर में लगे सीसीटीवी की जांच कर दोषियों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की है। कहा है कि घटना के बाद आत्मग्लानि महसूस हो रही है, जीने की ईक्षा समाप्त हो चुकी है।
सीसीटीवी फुटेज ही पर्दा उठाएगा
बहरहाल अस्पताल उपाधीक्षक और प्रभारी प्रबंधक पर लगे आरोपों की सच्चाई से चेंबर में लगे सीसीटीवी फुटेज ही पर्दा उठाएगा। सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन सिंह ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि महिला लिपिक के शिकायतों की हर पहलू की गहनता से जांच की जाएगी। मामले में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।