चतरा जिला कृषि प्रधान जिला है। यह जिला खेती पर पूरी तरह से निर्भर है। लेकिन इस वर्ष समय से मॉनसून नहीं होने के कारण धान की फसल प्रभावित हो रही है। धान का बीज अब तक नहीं बोया जा पा रहा है जिससे यहां के किसान काफी परेशान है। कुछ किसान डीजल पंप के सहारे धान बीज बो रहे हैं। तो अधिकांश किसान बारिश का इंतजार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि समय से बारिश नहीं होने के कारण धान और मक्का की खेती भी पूरी तरह प्रभावित हो रही है। किसानों के अनुसार धान के बीज बोने का उपयुक्त समय आर्द्रा नक्षत्र है। लेकिन आद्रा नक्षत्र 5 से 6 दिन बीत गया है और बारिश नहीं हुई है। ऐसे में जिले के किसान अपनी खेती को लेकर काफी मायूस नजर आ रहे हैं।
बारिश नहीं होने के कारण फसल प्रभावित
दूसरी ओर कुछ किसान मॉनसून की विकट स्थिति देखते हुए डीजल पंप के सहारे अपने खेतों में पानी जमा कर बीज बो रहे हैं, तो अधिकांश किसान बारिश का इंतजार कर रहे हैं। बारिश नहीं होने के कारण भदई फसल भी प्रभावित हो रही है। इससे मक्का की खेती नहीं हो पा रही है और ऐसे में किसान खासे परेशान दिख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कृषि विभाग के द्वारा चतरा जिले में 36 हजार 500 हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन बारिश नहीं होने के कारण यह लक्ष्य पूरा होगा या नहीं यह आने वाला समय ही बताएगा।