चतरा जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में शारदीय नवरात्र के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना की गई। फिर या देवी सर्व भूतेषू मातृ रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: आदि मंत्रों के साथ मां शैलपुत्री देवी की पूजा आरंभ हुई। इसको लेकर इलाके के सभी मंदिरों में भक्तिमय माहौल बना रहा। भक्तों ने दुर्गा सप्तशती के मंत्रों के उच्चारण कर दुर्गा मां की आराधना की।
कलश स्थापित कर मां शैलपुत्री की पूजा शुरु
दुर्गा पूजा के कलश स्थापना से पूर्व श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से कलश यात्रा निकाली। जो ग्रामीण ईलाको व गली मोहल्लों का भ्रमण कर नदी पहुंची। यहां श्रद्धालुओं ने आचार्यों के मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भरकर मंदिर पहुंचे। जहां विधि-विधान से कलश स्थापित कर माँ शैलपुत्री की पूजा की। विभिन्न पूजा पंडालों व मंदिरों समेत पूजा पंडालों में देवी का पूजन आरम्भ किया गया। जिले के ऐतिहासिक माँ भद्रकाली मंदिर में भी भारी संख्या में नवरात्र के पहले दिन भक्तों ने पूजा अर्चना कर घर-परिवार की सुख-शांति व समृद्धि की कामना की। पूजा के दौरान मंत्रोच्चार व जयघोषों से वातावरण गुंजायमान रहा।