चिराग पासवान ने हाल ही में 2030 में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे बिहार के सीएम बनने की योजना बना रहे हैं। चिराग ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें दिल्ली की राजनीति से ज्यादा बिहार की राजनीति में रुचि है, और वे अपने पिता रामविलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में राज्य की राजनीति में अपनी भूमिका को और मजबूत करने की योजना बना रहे हैं।
दरअसल मोदी कैबिनेट के मंत्री चिराग पासवान ने हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली से ज्यादा बिहार की राजनीति में दिलचस्पी है और उनका मुख्य ध्यान बिहार के विकास और राजनीति पर है। चिराग ने स्पष्ट रूप से यह कहा कि वह 2030 में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह भविष्य में बिहार की राजनीति में अपनी भूमिका को और सशक्त बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं।
चिराग पासवान के इस बयान को बिहार की राजनीति के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि वे लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता हैं और उनके पिता रामविलास पासवान का बिहार की राजनीति में एक अहम स्थान था। चिराग का यह कदम बिहार में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए रणनीतियाँ तैयार कर रहे हैं। इधर राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि ‘2030 में विधानसभा चुनाव लड़ने का चिराग का ऐलान यह भी संकेत करता है कि वह आने वाले वर्षों में बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगे।’