बिहार की राजधानी पटना में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह गांधी मैदान में मनाया गया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार झंडोत्तोलन किया। इस बार 16 टुकड़ियां परेड में शामिल हुईं है। इनको लीड एसपी दीक्षा कर रही थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह में 13 झांकियां भी दिखीं। स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर जिला प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी की थी। प्रशासन ने 51 स्थानों पर 87 मजिस्ट्रेट तैनात किए थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
गांधी मैदान का कार्यक्रम
- सुबह 8.52 बजे – मुख्यमंत्री का परेड ग्राउंड गांधी मैदान में आगमन
- 8.54 बजे – सलामी
- 8.55 बजे – मुख्यमंत्री द्वारा परेड का निरीक्षण
- 9.00 बजे – मुख्यमंत्री द्वारा झंडोत्तोलन, राष्ट्रीय सलामी एवं राष्ट्रीय धुन
- 9.03 बजे – मुख्यमंत्री का अभिभाषण
- 9.25 बजे – सलामी।
- 9.26 बजे – परेड का समापन।
- 9.28 बजे – झांकियों का प्रदर्शन।
- 9.50 बजे- मुख्यमंत्री का समारोह स्थल से प्रस्थान।
सलामी लेते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
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गांधी मैदान की झांकियां
- पर्यटन निदेशालय- अमवामन झील तथा वाटर स्पोर्ट्स
- महिला एवं बाल विकास निगम- वन स्टॉप सेंटर
- मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग- नशामुक्ति
- कृषि निदेशालय- कृषि रोड मैप
- उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान- बिहार में निवेश
- जीविका-जीविका दीदियों द्वारा संचालित सामुदायिक पुस्तकालय-सह-कैरियर विकास केन्द्र
- सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग- बिहार के शैल चित्र एवं शैलाश्रय
- बिहार शिक्षा परियोजना परिषद्- चहक: तकनीक, गुणवत्ता और मनोरंजन का समागम
- पशुपालन सूचना एवं प्रसार कार्यालय, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (पशुपालन)- वन हेल्थ, वन वर्ल्ड
- नगर विकास एवं आवास विभाग- स्वच्छांगिनी
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग- बाघों का संरक्षण
- सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग- राजकीय मलमास मेला
- पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग- मत्स्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बिहार
17वीं बार गांधी मैदान में फहराया झंडा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार पटना के गांधी मैदान में 17वीं बार झंडा फहराया है। उनसे पहले सबसे अधिक तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह के नाम था। उन्होंने 14 बार गांधी मैदान में ध्वजारोहण किया था।
CM नीतीश के भाषण की मुख्य बातें
- शुरुआती दिनों में कम वर्षा के कारण किसानों को कठिनाई हुई। किसानों को राहत देने के लिए 75 रुपए प्रतिलीटर डीजल अनुदान दिया जा रहा है। जो धान की रोपनी नहीं कर पाएंगे उनके लिए कम अवधि की फसलों के बीज निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
- महिलाओं को 35 प्रतिशत पुलिस बहाली में आरक्षण दिया गया है।
- मंदिरों की चहारदीवारी निर्माण की योजना 2016 में ही शुरू हो गई। 60 वर्ष से पुराने मंदिरों की घेराबंदी की जा रही है। अब नई व्यवस्था में 60 साल की कैपिंग नहीं रहेगी। सभी की घेराबंदी होगी। अभी तक 419 मंदिरों की चार दीवारी की जा चुकी है।
- 80064 कब्रिस्तान की घेराबंदी पुरी की जा चुकी है।
- 21291 नए प्राथमिक विद्यालय खोले गए। 63871 विद्यालय भवन बनाए गए। 2.75 लाख से अधिक क्लासरूम बने। लड़के-लड़की के लिए अलग शौचालय बना दिए गए।
- बीपीएससी के माध्यम से शिक्षक की बहाली हो रही है।
- हर पंचायत में प्लस टू स्कूल खोला जाएगा।
- कुल 43, 9496 शिक्षक हैं बिहार में।
- 7800 स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसीन की व्यवस्था की गई है।
- बाल ह्रदय योजना के तहत हार्ट में छेद वाले बच्चों का इलाज बिहार में शुरू हो गया है।
- अभी 11 मेडिकल कॉलेज कार्यरत है बिहार में। 13 और बनने वाले हैं।
- सहरसा में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
- पीएमसीएच को 5462 बेड की क्षमता वाला अस्पताल बन रहा है। एक हिस्सा पूरा हो चुका है। यह देश का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। देश में कहीं इतने बेड का अस्पताल नहीं है।
- डीएमसीएच भी 2500 बेड का अस्पताल बनेगा। IGIMS में भी 2500 बेड का अस्पताल बनवाया जा रहा है। एनएमसीएच और एसकेएमसीएच में भी 2500 बेड का निर्माण हो रहा है।
- केंद्र सरकार ने डीएमसीएच में एम्स का प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया, जबकि वहां सबसे अच्छी जमीन थी। अब केंद्र सरकार ने रिजेक्ट कर दिया है तो भी हम निराश नहीं हैं। उस जमीन को उंचा भी करवाएंगे और सबसे बेहतर अस्पताल का स्वरूप बनेगा।
- बिहार का प्रजनन दर 4.3 था, अब 2.9 है।
- साइबर क्राइम रोकने के लिए 44 पुलिस थानों का गठन किया गया।
- 112 नंबर के तहत 500 वाहन लाया गया।
- 3 लाख से ज्यादा सरकारी पदों पर नियुक्तियों का सृजन हो चुका है। दो लाख से ज्यादा पदों पर प्रक्रियाधीन है।