DHANBAD: ग्रामीणों के शिकायत पर कोल मंत्रालय द्वारा गठित चार सदस्यीय एनजीटी की टीम शुक्रवार को सेंट्रल सुरूंगा, पहाड़ी गोंड़ा और लक्ष्मी कोलियरी पहुंची। इन तीनों स्थानों पर अवैध उत्खनन स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सेंट्रल सुरूंगा पहाड़ी गोड़ा में कई अवैध उत्खनन का मुहाना पाया गया। टीम में धनबाद के डीसी संजीव कुमार सिंह, मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंटल फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज आई आर ओ रांची राजीव रंजन श्रीवास्तव, डीएमओ धनबाद मिहिर सालकर शामिल थे।
कई जगहों पर खुले थे मुहाने
टीम के अधिकारियों ने सबसे पहले लक्ष्मी कोलियरी, उसके बाद सेंट्रल सुरूंगा स्थित अवैध उत्खनन स्थल पहुंचे। वहां एक दर्जन से भी अधिक मुहाने को देखा जिसमें कुछ मुहाने खुले थे तो कुछ मुहाने का गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया था। इसके बाद पहाड़ी गोड़ा जैसे ही टीम गई, वहां अवैध उत्खनन स्थल का मुहाना खुला पाया गया। वहां भी करीब आठ दस अवैध मुहाने दिखे। एक मुहाना तो कुआ नुमा था और उसमे अंदर जाने के लिए रस्सी लगी थी। कोयले की बोरियां भी पायी गयी।
रास्ता कर दिया था जाम
जिसे देखकर टीम काफी भौचक रह गयी। अवैध उत्खनन स्थल तक अधिकारी नहीं पहुंच सके। इसके लिए पेड़ की टहनियां काटकर रास्ता को जाम कर दिया गया था। बावजूद टीम के अधिकारियों ने 4 घंटे तक करीब 40 मुहानों का निरीक्षण किया और कहा कि अवैध उत्खनन के संकेत मिले हैं। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट बनाकर एनजीटी की टीम को भेजा जाएगा। साथ ही अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि जिन रैयतों की जमीन पर अवैध उत्खनन का मुहाना खोला गया है या अवैध उत्खनन किया जा रहा है। वैसे रैयतों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करने का आदेश लोदना क्षेत्र के महाप्रबंधक को दिया है।
ओपी प्रभारी से भी पूछताछ
इस दौरान टीम ने अलकडीहा ओपी प्रभारी महेंद्र कुमार से भी अवैध उत्खनन स्थल के बारे में पूछताछ की। गठित टीम के अधिकारियों द्वारा सेंट्रल सुरूंगा,पहाड़ी गोड़ा, और लक्ष्मी कोलियरी में अवैध उत्खनन स्थल को चिन्हित कर कार्रवाई करने की बात को लेकर कोयला तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। सबसे पहले टीम के अधिकारी लोदना क्षेत्रीय कार्यालय पहुंची। वहां से टीम लक्ष्मी कोलियरी पहुंची। वहां पर अवैध उत्खनन स्थल का निरीक्षण किया।
मंदिर का एक हिस्सा झुका
ग्रामीण अशोक शर्मा और ईश्वर पासवान से पूछताछ की। इसके बाद टीम सेंट्रल करूंगा स्थिति शिव मंदिर के समीप गई और मंदिर के समीप पड़ी दरारों को देखा। मंदिर का एक भाग झुका हुआ था। इसकी भी चर्चा हुई। एक दर्जन से अधिक मुहाने को देखा जो टीम के आने से पहले भराई कर दी गई थी। उसका भी निरीक्षण किया गया। पहाड़ी गोड़ा पहुंचने पर टीम ने कई अवैध उत्खनन स्थल के महाने खुले पाए उसका निरीक्षण किया।
अवैध उत्खनन के दौरान घटी थी घटना
इधर धनबाद उपायुक्त संजीव कुमार सिंह ने कहा कि एनजीटी को शिकायत मिली थी कि इन क्षेत्रों में अवैध माइनिंग हो रही है। नम्बर माह में अवैध उत्खनन के दौरान घटना घटने का भी जिक्र किया गया था। हालांकि शिकायत कर्ता किसी कारण वश आज उपस्थित नहीं हो पाये थे। शिकायत के आलोक में ही चार सदस्य टीम गठित की गई थी। जिसमें डिप्टी कमिश्नर धनबाद, मिनिस्टर ऑफ एनवायरमेंटल फॉरेस्ट के साइंटिस्ट, सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सीनियर साइंटिस्ट एवं स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सीनियर साइंटिस्ट को शामिल किया गया था।