स्वाइन फ्लू, हांगकांग फ्लू एच3एन2 से जूझ रहे बिहार में कोरोना ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। पटना में शनिवार को कोरोना के पांच संक्रमित मिले। लगभग 60 दिन में पहली बार पटना में पांच कोरोना संक्रमित एक साथ पाए गए। राज्य में अब एक साथ दो से अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने लगे हैं। मिले पांच मरीजों में चार पटना और एक मरीज मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। पटना के जो कोरोना मरीज मिले हैं, वे काली मंदिर, बाढ़, पालीगंज और बेली रोड के रहने वाले हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के मुताबिक इनमें किसी की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। सभी पटना में ही संक्रमित हुए हैं। फिलहाल सभी मरीज घर में ही इलाजरत हैं। कोई अस्पताल में भर्ती नहीं है।
बिहार में कोरोना के 11 ऐक्टिव मामले
इन मामलों से एकत्र किए गए नमूनों को उनके वेरिएंट के बारे में जानने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। पिछले 24 घंटों में 26,521 नमूनों की जांच की गई, जिनमें पांच में कोरोना की पुष्टि हुई। आरटीपीसीआर के माध्यम से 10,445, रैपिड एंटीजन से 15,997 और ट्रूनेट के जरिए 79 सैंपल की जांच की गई। बिहार में अभी 11 सक्रिय कोविड रोगी हैं। इनमें से 10 होम आइसोलेशन में और एक कोविड अस्पताल में भर्ती है।
कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह
हालांकि, बिहार में अब तक कोई XBB.1.16 मामले का पता नहीं चला है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोविड से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है। चूंकि ट्रेन और उड़ानें लगातार उन स्थानों से आ रही हैं, जहां कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।