शिक्षा विभाग का पदभार सम्भालते ही के के पाठक ऐक्शन में आ गए है, और लगातार नए-नए फरमान जारी कर रहे है। उसे सख्ती से पालन करने के भी आदेश दे रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जा रही है। नए-नए फरमान के साथ ही स्कूल में लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान बिना छुट्टी लिए बिना नदारद रहने वाले शिक्षक पर कार्रवाई की गई। नदारद रहने वाले कुल 7 हजार 914 शिक्षक शिक्षकों का वेतन काट लिया गया है।
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लगातार स्कूल में किया जा रहा निरीक्षण
बिहार के लगभग सभी स्कूलों में 1 जुलाई से लेकर 1 अगस्त तक लगातार निरीक्षण किया गया। इस दौरान 7 हजार 914 शिक्षक नदारद रहे। जिसके खिलाफ के के पाठक ने ऐक्शन लिया है, और उनके वेतन में कटौती की है। बता दें कि निरीक्षण के दौरान स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति देखी जा रही है। साथ ही शौचालय, पेयजल और मिड डे मील की भी जांच की भी जांच की गई। हालांकि अब स्कूलों में जांच के लिए मॉनिटरिंग सेल बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से हरेक स्कूल का रिकॉर्ड तैयार होगा। मॉनीटरिंग सेल के जरिये केके पाठक इसकी समीक्षा करेंगे।
1 जुलाई से 1 अगस्त तक स्कूल में हुए निरीक्षण में 13 जुलाई को करीब 37 हजार 223 स्कूलों का निरीक्षण किया गया था। जिसमें 959 शिक्षक नदारद रहे। नदारद रहे सभी शिक्षकों का वेतन काटा गया। वही 1 अगस्त को 24 हजार 784 स्कूलों का निरीक्षण किया गया जिसमें 227 शिक्षक गायब मिले। सभी 227 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया है। बता दें कि कल गुरुवार को भोजपुर और अरवल के स्कूलों केके पाठक खुद निरीक्षक के लिए पहुंचे थे। इस दौरान शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया था। जहां उन्होंने अटेन्डेंस रजिस्टर की जांच की। इस दौरान जांच में कई कमियों को देख उन्होंने शिक्षकों की जमकर फटकार लगाई। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि जो शिक्षक स्कूल नहीं आए हैं उनका वेतन काटा जाएगा और उन पर कार्रवाई की जाएगी।