औरंगाबाद में रविवार शाम की शाम आकाशीय बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई। इनमें से तीन लोगों की जान भैंस चराने के दौरान वज्रपात होने से हुई है। वहीं रोहतास और बेतिया में एक-एक शख्स की मौत वज्रपात हो गई है। वज्रपात की वजह से बिहार में पिछले 24 घंटों में 8 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। हादसे के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है।
भैंस चराते समय गिरी आकाशीय बिजली
औरंगाबाद जिले के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात से रविवार को 6 लोगों की मौत हुई। बन्देया थाना क्षेत्र के बक्सर और प्रतापपुर गांव में लोग भैंस चरा रहे थे। तभी तेज आवाज के साथ हुए वज्रपात में दो किशोर और एक अधेड़ की मौत हो गई। वहीं रफीगंज थाना क्षेत्र शारदा बिगहा गांव में बारिश से छिपने के लिए पेड़ के नीचे खड़े मनीष (12) की जान चली गई। वज्रपात की तीसरी घटना देव थाना क्षेत्र के बारा गांव की है, जहां एक युवा किसान हरेंद्र सिंह (30) की मौत हो गई और एक व्यक्ति जख्मी हो गया। वज्रपात की चौथी घटना माली थाना क्षेत्र के सोरी गांव में घटी, जहां वज्रपात की चपेट में आने से किसान युगल राम (60) की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। जिला आपदा प्रभारी सह जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार ने वज्रपात से छह मौत की पुष्टि की है।
12 जिलों में आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली को लेकर के संभावनाएं जताई हैं। इसमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा पूर्णिया अररिया कटिहार और किशनगंज शामिल है। मौसम विभाग केंद्र पटना के मुताबिक 21 सितंबर से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।