आज दिनांक 4 अक्टूबर को पटना के ज्ञान भवन में बिहार के नगर विकास एवं आवास मंत्री माननीय श्री नितिन नवीन जी द्वारा मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना अंतर्गत पटना जिले को 81.42 करोड़ की राशि को स्वीकृति दी गयी है। इसके साथ ही योजना से संबंधित कई अहम दिशा निर्देश दिये गए। वहीं, बैठक में माननीय उपमुख्यमंत्री सह प्रभारी मंत्री, पटना श्री सम्राट चौधरी जी भी मौजूद रहे।
वहीं, बैठक को लेकर माननीय मंत्री जी ने कहा कि राज्य के विकास के लिए NDA सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। शहरों में विकास की गति को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत आर्थिक मजबूती प्रदान की जा रही है। सिर्फ पटना की बात करें तो योजना के तहत जिले को 81.42 करोड़ की राशि आवंटित की गयी है। इस राशि की मदद से शहर को विकसित और व्यवस्थित बनाने में मदद मिलेगी।
बता दें कि शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए वर्ष 2024-25 से मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना लागू की गई है। इसके तहत नगर निकाय के ऐसे पथों का निर्माण होगा जो राष्ट्रीय / राजमार्ग अथवा पथ निर्माण विभाग के पथों / मुख्य सड़कों को लिंक सड़कों से जोड़ेगा एवं जनोपयोगी होगा। इसके साथ ही ज्यादा आबादी को लाभान्वित करने वाली सड़कों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।वहीं, सड़कों का चयन करते समय पर्यटन स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों आदि का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा योजना में प्रस्तावित सड़क के यात्री वाहनों तथा बस, टैक्सी इत्यादि के ठहराव के लिए प्रावधान है।
वहीं, इस योजना के तहत सड़क जाम से जुड़ी समस्याओं का निराकरण करते हुए विभिन्न सड़कों पर से यातायात के बढ़ते दबाव को कम करना तथा यातायात संचालन को सुगम बनाने का भी कार्य किया जाएगा। साथ ही सड़कों के बीच डिवाइडर, अन्डर ग्राउन्ड केबलिंग, स्ट्रीट लाईटिंग और मास्क लाईट भी लगाया जाएगा। लेकिन इसके लिए सड़क की चौड़ाई पर्याप्त होनी चाहिए। योजना में सड़कों के बीच आवश्यकतानुसार पुल-पुलियों और कल्भर्ट का निर्माण, निर्मित सड़कों-नालों के किनारे पेड़-पौधे, पार्किंग स्थल एवं पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ तथा दोनों किनारों पर प्रकाश की व्यवस्था और सड़कों के बीच डिवाइडर, भू-गर्भ केबलिंग, पथ प्रकाश हेतु हाई मास्क लाईट की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा चयनित सड़कों के साथ जल निकासी हेतु नाले एवं नालियों का निर्माण तथा जल जमाव की समस्या का निराकरण करने की भी योजना शामिल है। साथ ही नगरिक सुरक्षा अंतर्गत झीलों, तालाबों, घाटों, पार्कों इत्यादि का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्याकरण का भी कार्य किया जाएगा।