राजधानी पटना में मानवता को शर्मसार करने वाला वीडियो सामने आया है। 15 साल के बच्चे को जंजीरों से बांधकर मजदूरी कराई जा रही है। लड़के के पैरों में बेड़ियां हैं और बंधे हुए पैर से वो ढाबे पर काम करता नजर आ रहा। किसी ने इस दर्दनाक दृश्य को देखकर अपने मोबाइल से वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला परसा थाना क्षेत्र का है। जब इसकी भनक एनजीओ बचपन बचाओ आंदोलन के सदस्यों को लगी तो उसके सदस्य कुरथौल बाजार पहुंचे और पुलिस की मदद लेकर नाबालिग को मुक्त कराया।
मजदूरी के एवज में बच्चे को 5 हजार देता था
ढाबा मालिक इसके एवज में 15 साल के बच्चे को 5 हजार देता था। जंजीर बांधने के पीछे ढाबा मालिक ने तर्क दिया कि नाबालिग को स्मैक की लत है। वह भागकर स्मैक न पी ले। इसलिए उसके पैरों में जंजीर लगाई गई है। पिछले दो महीने से पटना के कुरथौल बाजार में आने-जाने वाले लोग बच्चे को इस हालत में काम करते देख रहे थे, लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की।
पुलिस ने ढाबे के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
समस्तीपुर से कुरथौल बाजार ले आया था मालिक
परसा बाजार थाना प्रभारी ने बताया कि नाबालिग समस्तीपुर का रहने वाला है। उसकी उम्र 15 साल है। ढाबा मालिक अखिलेश यादव उसे 2 महीने पहले समस्तीपुर से कुरथौल बाजार ले आया था।। उसके पिता मजदूरी कर अपने और परिवार का भरण पोषण करते हैं। गरीबी के कारण पिता ने अपने बड़े बेटे को कमाने के लिए ढाबा मालिक को सौंप दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि नाबालिग से काम करवाना गैरकानूनी है। ढाबा मालिक ने नाबालिग के पैरों में जंजीर लगा दी थी। नाबालिग को सीडब्ल्यूसी में भेज दिया जाएगा। वहीं, ढाबा मालिक को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।