झारखंड हाईकोर्ट से झारखंड नियोजन नीति रद्द होने के बाद सरकार के खिलाफ छात्राओं में जबरदस्त उबाल देखा जा रहा है। सरकार के खिलाफ लगातार छात्र आंदोलन कर रहे हैं और पुतला जला रहे हैं इसी कड़ी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के खिलाफ कोयलांचल धनबाद में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं खासकर जे एस एस सी की तैयारी करने वाले बेरोजगारों का आक्रोश आज सड़क पर देखने को मिला।
सड़क पर उतरे युवाओं ने न सिर्फ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए बल्कि सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने बेरोजगारों के साथ छल करना बंद नहीं किया तो यह छात्र उनके सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन भी किया एवं चरणबद्ध आंदोलन करने की घोषणा करते हुए अगले 15 दिनों के अंदर सरकार को बेरोजगार युवाओं के पक्ष में स्पष्ट निर्णय लेने का समय दिया। अगर सरकार ने 15 दिनों में कोई निर्णय नहीं लिया है तो मजबूर होकर बेरोजगार युवा झारखंड बंद करेंगे।
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छात्रों के आक्रोश से वह नहीं बच सकते
वही आंदोलन कर रहे छात्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार की जो दोगली नीति कभी नौकरी की नोटिफिकेशन निकालते हैं फिर एक साजिश के तहत उसे कैंसिल करवाते हैं। युवाओं के भविष्य के साथ खेल रहे हैं, युवाओं के साथ छल कर रहे हैं। सिर्फ बाहरी भीतरी कर उलझा कर रखते हैं। जगरनाथ महतो को लेकर कहा कि वह मानसिक दिवालिया हो चुके हैं कोरोना में तो वह किसी तरह बच गए लेकिन छात्रों के आक्रोश से वह नहीं बच सकते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि जिस वादे के साथ 2019 के चुनाव में वह सत्ता में आए थे वह वादा तो पूरा कर ही नहीं रहे हैं।