अक्सर विवादों में रहने वाले धनबाद के जे पी अस्पताल में मरीज के परिजनों ने हंगामा किया। दरअसल प्रबंधन पर दवा के नाम पर आवश्यकता से अधिक राशि की मांग और नही देने पर ईलाज बंद करने की धमकी देने का आरोप लगाया। इस बीच परिजनो और अस्पताल कर्मियों में धक्का मुक्की भी हुई। फिलवक्त मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है और दोनो पक्षों को समझा बुझाकर शांत करने की कोशिश कर रही है।
10 दिन के बाद भी मरीज में कोई सुधार नहीं
बता दें कि पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के मैरा नावाटांड निवासी उषा रक्षित को 18 सितम्बर को सर में चोट लगने की वजह से जे पी अस्पताल में एडमिट किया गया था। जहां मरीज का बेटा बहादुर रक्षित ने बताया की अस्पताल प्रबंधन से एडमिट करने के दौरान की 40 से 50 हज़ार खर्च बताया। इसके बाद यहां एडमिट किया। आज 10 दिन हो गया है लेकिन मरीज में किसी तरह का कोई सुधार नही है। जबकि 10 दिन में 75 हजार से अधिक रूपये अब तक वह दे चुका है और पुनः पैसा जमा करने को दबाव दिया जा रहा है।
पैसा जमा नही किया तो इलाज रोकने की धमकी दी गयी है। जबकि अस्पताल प्रबंधन ने सारे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि न्यूरो सर्जरी का केस है यह महंगा इलाज है। दवाईयां भी काफी महंगी आती है और चिकित्सक का चार्ज भी ज्यादा होता है।