[Team insider] राज्य में लगातार मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ रही है। ताजा मामला धनबाद जिले के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र का है, जहां बडाजमुआ सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता विनोद साव ने अपने पुत्र के साथ मिलकर दो युवकों को सब्जी चोरी के आरोप में घंटों पेड़ से रस्सी के सहारे बांधकर रखा और पिटाई भी की जिसके बाद कई अन्य सब्जी विक्रेताओं ने युवक की पिटाई की।
विरोध के बाद दोनों युवकों को छोड़ दिया गया
हालांकि स्थानीय लोगों और समाजसेवियों की तत्परता के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं स्थानीय समाजसेवी लोगों ने जब इसका विरोध किया तो दोनों युवकों को छोड़ दिया गया। घटना पर स्थानीय लोगों ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया पर सब्जी विक्रेता ने इस पर जमकर भड़ास निकाली।
सवाल यह है कि अगर सब्जी चोरी हुई थी और चोर पकड़ लिए गयें थें तो प्रशासन की मदद लेना था न कि खुद से कानून हाथ मे लेकर पिटाई करनी थी। इस तरह के मामलों में ही लोग अक्सर कानून के नजरों में गुनहगार बन जाते हैं। स्थानीय थाने में भी पीड़ित के द्वारा कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है।
मॉब लिंचिंग को लेकर बना है कानून
15 दिनों में राज्य में मॉब लिंचिंग की तीन से चार घटनाएं सामने हो जा चुकी है। हालांकि बढ़ते मामलों को देखते हुए विधानसभा सत्र के दौरान 21 दिसंबर को ही झारखंड सरकार ने मॉब लिंचिंग को लेकर एक बिल पास किया था। इस बिल का नाम ‘हिंसा रोकथाम और मॉब लिंचिंग विधायक 2021’ नाम दिया है। बिल के मुताबिक ऐसी किसी ऐसी भीड़ द्वारा धार्मिक रंगभेद जाति लिंग जन्म स्थान या किसी अन्य आधार पर हिंसा करना मॉब लिंचिंग के दायरे में आयेगा। इसके बावजूद भी लोग कानून को अपने हाथ में लेने से नहीं चूकते हैं।