मानसून के दौरान बालू उठाव पर NGT द्वारा लगाए गए रोक का असर धनबाद जिले के बालू माफियाओं पर नही दिख रहा है। तभी तो सिंदरी में दामोदर नदी से बालू का अवैध उठाव और कारोबार बिना किसी रोक-टोक के जारी है। गोशाला ओपी समेत अन्यं थाना क्षेत्रों में क इन दिनों बालू की लूट मची है। 8 से 10 के संख्या में बालू माफियाओं का सिंडिकेट इस धंधे को अंजाम दे रहा है। स्थानीय पुलिस ने बालू तस्करों को खुली छूट दे रखी है तस्कर दामोदर नदी के टासरा घाट एवं जहाज टांड से अवैध रूप से बालू का उठाव कर दिन के उजाले में ट्रैक्टर के जरिए गौशाला ओपी होते हुए क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में भेज रहे हैं।
खनन विभाग तस्करों के खिलाफ नहीं चलाती छापेमारी अभियान
बरसात में कमाई फिकी न पड़े, इसे ध्यान में रख तस्करों ने पहले से ही टासरा नदी घाट के किनारे जंगलों में अवैध रूप से सैकड़ों ट्रैक्टर बालू का भंडारण कर रखा है। ताकि बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने पर वहां से बालू लोड कर उंचे दाम पर बेजा जा सके। सब कुछ जानते हुए भी स्थानीय पुलिस अथवा खनन विभाग तस्करों के खिलाफ कभी छापेमारी अभियान नहीं चलाती है।
उपायुक्त ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया
जानकार बताते हैं कि सरकारी योजनाओं में संवेदकों और बालू तस्करों की सांठगांठ से निम्न स्तर के बालू का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। क्षेत्र में सड़कों पर बन रही पुलिया, पेवर ब्लॉक, बीआईटी सिंदरी परिसर में करोड़ों की लागत से बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समेत अन्य सरकारी योजनाओं में घटिया दर्जे के बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है। बताते चलें कि पिछले दिनों बलियापुर ब्लॉक पहुंचे धनबाद के डीसी संदीप सिंह ने अवैध बालू का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी लेकिन बालू तस्करों पर इसका असर कहीं दिख नहीं रहा है और ना ही जिला खनन टास्क फोर्स एक्टिव है।पूरे मामले की जानकारी पुनः जिले के उपायुक्त को दी गयी तो उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।