JAMSHEDPUR : जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना अंतर्गत बेली बोधन वाले घाट में विसर्जन के दौरान घटी घटना पर मुआवजे को लेकर जिला प्रशासन, केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति और कीताडीह दुर्गा पूजा समिति के बीच वार्ता संपन्न हुई। इस दौरान कमेटी वालों ने उपस्थित पदाधिकारी के समक्ष जिला प्रशासन की गलतियों को बताते हुए 10-10 लाख रुपये मृतक के परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग की।
बता दें कि कल देर शाम विसर्जन के दौरान बिष्टुपुर थाना अंतर्गत बेली बोधन वाले घाट में जुगसलाई नया बाजार पूजा कमेटी के प्रतिमा वाले वाहन के अनियंत्रित हो जाने से विसर्जन घाट पर मौजूद 5 से 6 लोग वाहन की चपेट में आ गए थे। इस घटना में दो लोगों ने दम तोड़ दिया, अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, वहीं तीन लोग जख्मी हो गए जिसमें एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है और दो फिलहाल खतरे से बाहर है। मृतकों में कीताडीह दुर्गा पूजा कमिटी के वीरेंद्र शर्मा और पश्चिमी मिदनापुर से ढाँकि बजाने आए ढाँकि टीम का एक सदस्य शामिल है।
इधर इस घटना ने पूरे शहर वासियों को झकझोर कर रख दिया है। जहाँ घटना के दौरान जिला प्रशासन की तैयारी और उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा होता नजर आ रहा है। हालांकि इस घटना पर लगातार जिले के उपायुक्त नजर बना कर रखे हुए हैं। घटना के दूसरे दिन कीताडीह दुर्गा पूजा पंडाल में धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी पीयूष कुमार सिन्हा, केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति और कीताडीह दुर्गा पूजा समिति के लोगों के बीच मुआवजे को लेकर बैठक हुई। जहां कमेटी द्वारा जिला प्रशासन की गलतियों को गिनाते हुए 10-10 लाख मृतकों के परिजनों को देने की मांग की गई। साथ ही साथ एक नोडल ऑफिसर नियुक्त कर मृतकों और घायलों के परिवार वालों के साथ सामंजस्य बनाकर कार्य करें इस पर मांग की गई।
हालांकि धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है और हर संभव मदद पहुंचाया जाएगा, फिलहाल मुआवजे की राशि पर किसी तरह की बात बन नहीं पाई।
बैठक में मौजूद BJP के अध्यक्ष गुंजन यादव ने जिला प्रशासन और उनकी तैयारी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पिछले 1 महीने से तैयारी चल रही थी। घाट को चुस्त दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा था पर घाट की स्थिति जमीनी हकीकत को बयां कर रही है। घाट पर ना एंबुलेंस की व्यवस्था, घाट पर ना लाइट की व्यवस्था, घाट पर ना क्रेन की व्यवस्था, जिला प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से मृतक के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने की मांग की गई है, क्योंकि इसमें जिला प्रशासन की पूरी तरह से गलती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में घटना घटी स्वास्थ्य मंत्री ने घटना का जायजा भी लिया पर मुआवजा की राशि को लेकर मौन धारण किए हुए हैं।
हालांकि केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति द्वारा दो दिनों के अंदर मृतक के परिजनों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया है, साथ ही जिला प्रशासन से मांग की गई है कि 10-10 लाख मुआवजा मृतक के परिजनों को मिले ताकि उनके परिवार वालों के समक्ष किसी तरह की आर्थिक संकट उत्पन्न ना हो।