JAMSHEDPUR : जेल भरो आंदोलन के तहत अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के सदस्य चांडिल थाना पहुंचे। थाना में बड़ी संख्या में विस्थापितों ने गिरफ्तारी की पेशकश की। बताते चलें कि स्वर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना चांडिल डैम के विस्थापित 16 जून से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे है। इसके तहत आंदोलन के तृतीय चरण में चांडिल पुनर्वास कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के बाद गेट जाम किया गया था। इसके बाद विस्थापितों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। उक्त मामले को फर्जी बताते हुए विस्थापितों ने इसे वापस लेने के लिए 48 घंटे का समय दिया। मुकदमा वापस नहीं होने पर विस्थापितों ने जेल भरो आंदोलन करने का निर्णय लिया। इसके तहत बड़ी संख्या में विस्थापित चांडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रैली निकालकर पैदल मार्च करते हुए विस्थापित चांडिल थाना के गेट पहुंचे।
पहले से तैनात थे पुलिस के जवान
विस्थापितों के प्रदर्शन को लेकर पहले से ही काफी संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात थे। चांडिल इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो चांडिल, चौका, नीमडीह, तिरूलडीह वह ईचागढ़ के थानेदार मोर्चा संभाले थे। इस दौरान विस्थापितों ने फर्जी मुकदमा वापस लेने और मांगें पूरी करने को लेकर जमकर नारेबाजी की। मौके पर दंडाधिकारी के रूप में चांडिल के अंचल अधिकारी प्रणव अमृत को प्रतिनियुक्त किया गया था। पुलिस प्रशासन और विस्थापितों के बीच कई दौर की वार्ता चली। जिसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारी विस्थापित को गिरफ्तार नहीं करने और दर्ज मामले की गहराई से जांच करने की बात कही। साथ ही किसी भी निर्दोष के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन बंद किया।