स्कूल टाइमिंग में कोचिंग बंद किए जाने को लेकर कोचिंग संचालकों में आक्रोश व्यापक है। वो लगातार शिक्षा विभाग के इस फरमान को वापस लेने की बात कर रहे है। ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दे रहे है। इसी बीच भागलपुर स्थित समीक्षा भवन में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने जिले के सभी निजी कोचिंग संस्थान संचालकों के साथ एक अहम बैठक किया। इस बैठक में डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसडीओ धनंजय कुमार, डीइओ सहित जिले के सभी निजी कोचिंग संस्थान के संचालक मौजूद थे।वहीं बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में शैक्षणिक अवधि सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक सभी निजी कोचिंग संस्थान के संचालकों पर रोक लगाये जाने संबंधित शिक्षा विभाग के निर्णय से अवगत कराया गया,और सभी कोचिंग संस्थान के संचालकों को शिक्षा विभाग के निर्णय को अक्षरशः अनुपालन कराने का डीएम ने निर्देश दिया।
वहीं अनुपालन में लापारवाही बरतने पर संचालकों के ऊपर कार्रवाई होने की बात कही गई। जबकि बैठक के बाद और शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षणिक निर्धारित अवधि निर्णय को लेकर जिले के सभी निजी कोचिंग संस्थान के संचालकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। निजी कोचिंग संस्थान के संचालकों का कहना है कि सरकार जहां शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने में विफल है वहीं सीधे तौर पर निजी कोचिंग संस्थान को बंद कराना चाहती है यदि सरकार का जो निजी कोचिंग संस्थान बंद करने की नीति है यदि सरकार कोचिंग संस्थान को बंद कराने का नीति स्पष्ट नहीं किया तो जिले में सभी कोचिंग संस्थान के संचालक आगे आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
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