वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ एवं ”पहल” की सलाहकार डॉ. किरण शरण को शिशु रोग के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए ”इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स” द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ रेकॉग्नीशन प्रदान की गई। ”इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स” के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उपेंद्र किंज वाडेकर ने डॉ. किरण शरण को आजादी के 77वें अमृत महोत्सव के विशेष अवसर पर शिशु रोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए सराहना की है।
फोटोथेरेपी की शुरुआत 1975 में PMCH के शिशु रोग विभाग में की
डॉ. किरण शरण ने बिहार में नवजात शिशुओं के पिलिया रोग के इलाज में सर्वप्रथम फोटोथेरेपी की शुरुआत इन्होंने 1975 में पटना चिकित्सा महाविद्यालय के शिशु रोग विभाग में की। नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय में शिक्षण के दौरान कालाजार के मरीजों के निदान में पिल्ही (स्पलीन) से खून जांच की सुरक्षित विधि की शुरूआत की। पूर्व में डॉ. किरण शरण इनर व्हील क्लब ऑफ पाटलिपुत्रा की अध्यक्षा एवं संस्कार भारती, पटना महानगर की अध्यक्षा का दायित्व निभा चुकी हैं।