मध निषेध अभियान को बिना किसी रूकावट सफल बनाने के लिए बिहार के कई इलाकों में हेलीकॉप्टर से शराब तस्करों (Liquor Smugglers) के खिलाफ निगरानी की जा रही है। इसी क्रम में झारखंड से सटे कटिहार जिला के गंगा-दियारा इलाके में मंगलवार को उत्पाद विभाग की पूरी टीम ने ड्रोन के जरिए निगरानी की।
ड्रोन से की जा निगरानी
बता दें कि उत्पाद अधीक्षक केशव झा ने बताया कि लगातार इन दूरदराज इलाकों में जहां पुलिस भी कड़ी मशक्कत कर पहुंच पाती है। हालांकि कई बार तो पुलिस वहां तक पहुंच भी नहीं पाती,ऐसे में ड्रोन से निगरानी करने पर आसानी होती है। वहीं झारखंड से सटे सुदूर गंगा-दियारा इलाके में भी अधिकतर देशी शराब तस्करी के मामले सामने आते रहते है, जिसकी रोकथाम के लिए ड्रोन तकनीक काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
खेत में बन रहे देशी शराब
वहीं मनिहारी के महियारपुर के पास कोसवन नदी व बेल टोला के पास भी ड्रोन से नजर राखी गई। यहां कोसवन नदी के किनारे बेल टोला के पास मकई की खेत में देसी शराब निर्माण के लिए रखा गया था जावा जो की ड्रोन कैमरे में कैद हो गया। जिसके बाद मौके पर पहुंच जावा को नष्ट कर दिया गया। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि ड्रोन कैमरे के माध्यम से ऐसे दुर्गम इलाके पर नजर रखना आसान हो चूका है। बिहार के कई इलाकों, गंगा घाट, दियारा इलाके और खेतों में देसी शराब का निर्माण किया जाता है जिसे ड्रोन कैमरे की मदद से खोज कर नष्ट किया जा सकता है।