CHATRA : दो दिन पूर्व चतरा जिला परिषद कर्मियों की महिला से गैंगरेप जैसे संगीन मामले में गिरफ्तारी की गूंज कार्यालय में दिखने लगी है। जिला परिषद कार्यालय के नाजिर व एक अन्य कर्मी समेत तीन सरकारी कर्मियों के गैंगरेप के मामले में गिरफ्तारी के बाद आज जिला परिषद सदस्यों व कर्मियों की हाई लेवल मीटिंग हुई। जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी के अध्यक्षता में हुई बैठक में महिला के साथ कार्यालय के नाजिर व कर्मियों द्वारा किए गए गैंगरेप की घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की गई। साथ ही कार्यालय कर्मियों और जिला परिषद सदस्यों ने मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई में पुलिस को हर संभव सहयोग प्रदान करने का निर्णय लिया। बैठक के दौरान जिप अध्यक्ष और सदस्यों ने कार्यालय कर्मियों को आगंतुकों के साथ सरलता पूर्वक व्यवहार अपनाने और पैसे के लालच में फाइलों को पेंडिंग नहीं रखने की चेतावनी दी। साथ ही कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर भविष्य में ऐसी शिकायत मिलती है तो संबंधित दोषी कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना किसी भी परिस्थिति में क्षम्य नहीं है : चंद्रदेव गोप
बैठक समाप्त होने के बाद जिला परिषद सदस्य चंद्रदेव गोप ने बताया कि दुकान आवंटन के नाम पर महिला के साथ जिला परिषद कार्यालय के नाजिर व एक अन्य कर्मी समेत तीन सरकारी कर्मियों के द्वारा अलग-अलग स्थानों पर प्रलोभन देकर गैंगरेप की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह घटना किसी भी परिस्थिति में क्षम्य नहीं है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने को लेकर जिला परिषद के कर्मी और जनप्रतिनिधि पुलिस को मामले में हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी अगर कार्यालय में पैसे लेने और आगंतुकों से दुर्व्यवहार की शिकायत मिलती है तो दोषियों के विरुद्ध है त्वरित और सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में सभी जिला परिषद सदस्यों के अलावा कार्यालय कर्मी उपस्थित थे।
मामला
गौरतलब है कि जिला परिषद के नजीर मोहम्मद मेंराज, कर्मी सौरभ कुमार व मयूरहंड ब्लॉक के नाजिर निरंजन पांडेय पर दो दिन पूर्व सिमरिया में निर्मित जिला परिषद के दुकान के आवंटन के नाम पर एक आवेदिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगा था। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिला परिषद कार्यालय के नाजिर व अन्य कर्मियों की गिरफ्तारी से कार्यालय में हड़कंप मच गया था। इसके बाद जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने सभी आरोपियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया है।