RANCHI : बिहार में बालू खनन के अलावे कोयला,शराब और बिल्डिंग कारोबार से जुड़े सिंडीकेट के आधा दर्जन व्यवसायियों व उद्योगपतियों के ठिकाने पर एक साथ छापेमारी हुई है। पटना, कोलकाता, रांची, हजारीबाग के अलावा धनबाद में ED की छापेमारी चल रही है। धनबाद के सिटी सेंटर, बरवाअड्डा झरिया के सिंदरी में भी छापेमारी हो रही है। धनबाद में जिन 5 लोगों के यहां रेड चल रही है उनमें जग नारायण सिंह उर्फ जगन सिंह, पुंज सिंह, टीपी सिंह, मनोज सिंह और सुरेंद्र जिंदल के आवास व कार्यालय शामिल है। बताते चलें कि सुबह से ही ईडी की टीम ने एक साथ कई जगहों पर दबिश दी है। जिसके बाद से बालू खनन से जुड़े कारोबारियों की नींद उड़ गई है।
राजद के करीबी का भी नाम
बिहार में बालू खनन से जुड़े सिंडीकेट में राजद के करीबी सुभाष यादव की कंपनी का भी नाम आ रहा है। वहीं लालू-राबड़ी के खाते में 50 लाख ट्रांजैक्शन 2015 में हुआ है। इस मामले में भी जांच की जा रही है। मामले में पहले से ही केस दर्ज है और इओयू की जांच को आधार बनाते हुए ED ने कार्रवाई शुरू की है।
कौन है जगन सिंह
धनबाद में ईडी की छापेमारी में जगनारायण सिंह के पॉलिटेक्निक स्थित बंगला शामिल है। जगन सिंह कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष स्व नवरंगदेव सिंह के पुत्र है और मूलतः बिहार के निवासी हैं। जगनारायण सिंह कोयला, शराब, रियल स्टेट के साथ बालू का कारोबार करते है। वहीं ED के दबिश के बाद से धनबाद के बालू खनन मामले से जुड़े कारोबारियों की नींद उड़ गई है।
सभी जुड़े है बालू कारोबार से
धनबाद में जिन लोगों के यहां छापेमारी हो रही है, वे सभी लोग बिहार में बालू के कारोबार से जुड़े हुए हैं। जगन सिंह और पुंज सिंह शराब और बालू के पुराने कारोबारी रह चुके। हैं। धनबाद में रहते हुए यह लोग बिहार में बालू के कारोबार से जुड़े हुए है। 2017 में बिहार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के आरोप के बाद बिहार के पटना, भोजपुर एवं सारण में 166 करोड़ रुपए की बालू खनन पट्टा दिए जाने की जांच शुरू हुई थी।इन कारोबारियों का राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी सुभाष प्रसाद यादव से भी गहरे संबंध रहे हैं।