पिछले कुछ समय से बिहार में साइबर ठगी के मामले में काफी वृद्धि हुई है। कई लोग इसका शिकार हो चुके हैं, जिन्हें आर्थिक रूप से काफी नुकसान हुआ है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई(EOU) इसके खिलाफ लगातार कार्रवाई करने में लगा हुआ है। इसके बाद भी साइबर ठग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। अब आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। कई ऐसे मोबाइल एप को बैन किया जाएगा जिससे कर्ज देने और जुआ खेलने के नाम पर ठगी की जा रही है। करीब 130 ऐसे एप हैं जिनपर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्रीय इलेक्ट्रानिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अनुशंसा की गई है।
ऐसे होती है ठगी
दरअसल, जुआ व अन्य गेम खेलने और कर्ज देने के नाम पर कई मोबईल एप के जरिए ठगी या अवैध वसूली की जा रही है। इस तरह की शिकायतें आर्थिक अपराध इकाई को काफी समय से मिल रही है। बिहार के कई जिलों में लोगों ने ऐसे एप के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी है। लोगों ने अपनी शिकायत में बताया कि एप पैसा उधार देकर काफी अधिक ब्याज की वसूली की जा रही है। अधिक ब्याज देने से माना करने पर धमकी भी दी जाती है। बता दें कि ऐसा करना आईटी एक्ट के उल्लंघन के साथ आपराधिक कृत्य भी है। लोगों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए 130 ऐसे एप को चिन्हित किया गया है, जिन्हें बैन किए जाने की तैयारी है।
ऐसी जानकारी मिली है कि इन एप के माध्यम से आने वाले पैसे का इस्तेमाल मनी लांड्रिंग और कई गैर कानूनी कामों में किया जाता है। इस तरह के एप ग्राहकों को ऋण देने के बहाने ग्राहकों से जुड़ी सारी जानकारी पा लेते हैं। जिसके बाद उनके फोन को भी हैक कर लिया जाता है। काफी आसानी से साइबर ठग, ठगी करने में कामयाब हो जाते हैं।