कहते हैं न कि कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। इस वक्य को सही साबित करके दिखाया है। लौकरिया थाना क्षेत्र के जरार गांव निवासी पृथु प्रसाद वर्मा के मंझले पुत्र दयानंद वर्मा ने। दयानंद वर्मा रेलवे विभाग में सीनियर टीटी के पद पर नियुक्त हुए हैं। शुक्रवार को जब ज्वाइनिंग के लिए कॉल आया तो परिवार वालों को खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने अपने अपने माता-पिता के अलावा क्षेत्र का नाम रौशन किया है।
पैसों की खातिर परिवार ने जमीन और गहना बंधक रख दिया
किसान परिवार में जन्मे दयानंद वर्मा की पढ़ाई काफी कठिनाइयों में हुआ। उन्होंने वर्ष 2013 में उच्च प्लस टू विद्यालय हरनाटांड से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा अच्छे अंकों से पास की। इसके बाद उच्च शिक्षा व नौकरी के तलाश में पटना चले गए। जहां वे मगध विश्वविद्यालय से स्नातक पास की और सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट गए। दयानंद बताते है कि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद उनकी पढ़ाई में उनके माता-पिता और बड़े भैया ने काफी मेहनत की। घरवालों ने पैसा के अभाव को देखते हुए जमीन और गहना तक बंधक रख दिया, ताकि उनकी पढ़ाई में किसी तरह की रुकावट नहीं हो। दयानंद के पिता पृथु प्रसाद वर्मा किसान और माता शारदा वर्मा गृहणी है।बड़े भैया रवि भूषण वर्मा लघु व्यवसायी व छोटा भाई विनय कुमार वर्मा पढ़ाई करते है।