JAMSHEDPUR : डुमरिया प्रखंड कुंडालुका पंचायत के बाहेदा गांव के रहने वाले भोक्तू मुर्मू के पिता बासेत मुर्मू की मौ’त हो गयी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल निर्माण कार्य में फंसे डूंमरिया प्रखंड के 6 मजदूर हैं। सभी सुरक्षित हैं और सकुशल बाहर भी आ गए हैं , सुरंग से निकल गए मजदूरों के घर में खुशी है लेकिन इसी में एक ऐसा घर है जिन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बड़ी दुख वाली खबर यह है कि सुरंग में फंसे डुमरिया प्रखंड के 6 मजदूरों में एक मजदूर जिनका नाम भोक्तू मुर्मू था। उनके पिता बासेत मुर्मू का देहांत हो गया। भोक्तू मुर्मू जब सुरंग में फंसा हुआ था, तब उसके माता-पिता चिंतित थे। और इसी चिंता में ही पिता का देहांत हो गया। कल जब सारे मजदूर सुरंग से बाहर निकाल दिए गए, और यह खुशी की खबर सारे मजदूर के परिवारों को मिली लेकिन तब तक वक्त मुर्मू के पिता इस दुनिया में नहीं थे। अपने बेटा के सुरंग से निकलने की खबर भी वह सुन नहीं पाए और उससे पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। सुरंग में फंसे हुए मजदूर भूक्तु मुर्मू के पिता बासेत मुर्मू अपने बेटे की याद में इस कदर पागल हो गए थे कि वह चलते-चलते ही जमीन पर गिर गए और उनकी वहीं पर मौत हो गई।
आपको बता दे कि डुमरिया प्रखंड का यह बहेदा गांव पहाड़ी गांव है। यहाँ किसी तरह का कोई मोबाइल नेटवर्क नहीं है। जिससे पिता को अपने पुत्र के बारे में किसी तरह का कोई जानकारीनहीं मिल पा रही थी। पिता चिंता में थे कि उनका बेटा सुरंग में कैसा है।