एक पुल है जो निर्माणाधीन है लेकिन उसके उद्घाटन का मुहूर्त ही नहीं निकल पा रहा है। जबकि पुल का शिलान्यास तो 2014 में हो गया था। लेकिन अभी तक निर्माण नहीं हो सका है। बीते 14 महीने में ही पुल दो बार धाराशाही हो गया। ये पुल बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा है जो सुल्तानगंज-खगड़िया जोड़ने वाला है। 1710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा ये पुल 4 जून को भरभरा कर गिर गया।14 महीने पहले जब ये पुल पहली बार गिरा तो सूबे के मुखिया तो नीतीश कुमार ही थे लेकिन उनके साथ भाजपा भी थी।
इस बार पुल गिराने के बाद भी नीतीश कुमार उसी रोल में है लेकिन उनकी साथी राजद बन चुकी है।पुल गिराने को लेकर एक ओर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कह रहे कि उन्हें पहले से ही इसका संदेह था कि निर्माण में कुछ दिक्कत है और जांच भी की जा रही थी। वही उनके भाई और बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप यादव भाजपा पर ही पुल गिराने का आरोप लगा रहे है।लेकिन दूसरी बार ऐसी घटना होने से कई तरह के सवाल उठ रहे की अब आगे क्या होगा?
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कई बार बढ़ी उद्घाटन की डेडलाइन
इसी साल दिसंबर में पुल की डेडलाइन थी और सीएम नीतीश कुमार को उद्घाटन भी करना था। हालांकि पुल 2019 में ही बन कर तैयार हो जाना था। लेकिन तब से अब तक इसके उद्घाटन की डेडलाइन आठ बार बढ़ चुकी है। पहली बार पुल अप्रैल 2022 में गिरा था। तब इसकी वजह आंधी-तूफान को बताया गया था। सरकार ने जांच भी करवाई थी। उस वक्त IIT मुंबई, IIT रुड़की , NIT पटना पुल निर्माण निगम की टीम 12 बार जांच के लिए वहां पहुंची थी। लेकिन जांच की रिपोर्ट में क्या आया ये पता नहीं चल सका। पुल गिरने के पीछे किसका दोष था ये पता ही नहीं चल सका। एक बार फिर से पुल टूट गया है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच करने की बात कह दी है।
पुल गिराने के बाद उठ रहे ये सवाल
1. पुल का निर्माण रुकेगा या फिर से शुरू होगा? – पुल गिराने के बाद से तुरंत बिहार सरकार एक्शन मोड में दिखी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम उसी दिन एक हाई लेवल मीटिंग की। उन्होंने जांच के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि तीन महीने के भीतर नए सिरे से पुल का डिजाइन और डीपीआर तैयार कराकर इसका टेंडर जारी किया जाएगा।
2. ये कि पुल निर्माण करने वाले एजेंसी के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? – पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत का कहना है कि पुल का निर्माण कर रही एजेंसी एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो उनके कांट्रैक्टर को ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा।
3. पहली बार पुल गिराने पर क्या कार्रवाई हुई? – ये सवाल सभी के मन में है कि पहली बार जब पुल गिरा तो उसके बाद क्या एक्शन लिया गया? अगर एक्शन हुआ तो फिर पुल कैसे गिरा? इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि पुल का स्ट्रक्चर पहली बार गिरने के बाद IIT रुड़की, IIT मुंबई और NIT पटना से पूरे मामले की जांच कराई गई थी। तेज हवा के कारण पुल के गिरने की बात सामने आई। हालांकि किसी पर कार्रवाई हुई या नहीं इसको लेकर कुछ भी नहीं कहा गया।
4. नुकसान की भरपाई कौन करेगा? – एक सवाल उस टैक्स पेयर का है जिसके टैक्स के पैसे से पुल का निर्माण हो रहा था ब्वो ये कि पुल के गिरने से हुए नुकसान की भरपाई कौन करेगा? तेजस्वी यादव ने साफ कह दिया है कि जो भी स्ट्रक्चर तोड़वाया गया है, उसका जो नुकसान हुआ है, उसका बोझ सरकार पर नहीं आया है। ये कांट्रैक्टर पर आया है। आगे जो भी नुकसान होगा ,वो पूरा कांट्रैक्टर को ही भरना पड़ेगा।
5. कब आएगी जांच की रिपोर्ट? – पुल पहले भी टुटा, जांच भी हुई लेकिन रिपोर्ट का कुछ पता नहीं चला। पुल फिर टुटा है एक और जांच होगी लेकिन इसकी रिपोर्ट कब तक आएगी ये एक बड़ा सवाल है। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी।