RANCHI : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में सुरक्षा को लेकर एकबार फिर सवाल उठ रहे है। शनिवार देर रात मेडिसीन वार्ड में जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हो गई। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर काम ठप कर दिया और रिम्स के अधिकारियों से सिक्योरिटी को बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि होम गार्ड्स से रिम्स नहीं संभल रहा है। इसलिए हॉस्पिटल में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स को लाया जाए। उनके ड्यूटी में रहते हुए भी मारपीट की घटना हो जा रही है। वहीं रिम्स के अधिकारियों ने वार्ता के दौरान कहा कि जल्दबाजी में कुछ नहीं हो सकता। वे लोग वरीय अधिकारियों से बात करेंगे। जरूरत पड़ी तो प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स को लाया जाएगा। लेकिन होमगार्ड्स को सरकार के आदेश पर लाया गया है। इसलिए वे लोग भी ड्यूटी में रहेंगे।
जनवरी में होम गार्ड ने संभाला था मोर्चा
रिम्स में पिछले दस सालों से प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी काम कर रही थी। इसके लिए प्रबंधन ने सही तरीके से टेंडर नहीं किया। ऐसे में दस साल का समय बिना टेंडर के ही गुजर गया। वहीं सिक्योरिटी सिस्टम पर सवाल उठने के बाद सरकार के आदेश पर होम गार्ड जवानों को लाया गया है। जनवरी के शुरुआत में ही होम हार्ड जवानों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली थी। लेकिन उनके आने के बाद से कभी हॉस्टल में चोर घुसने, ड्यूटी के दौरान होम गार्ड्स के सोने, अपने पोस्ट पर अलर्ट नहीं रहने और हॉस्पिटल में मारपीट की घटनाएं होने की शिकायत मिल रही है। इसे लेकर प्रबंधन को सूचना भी मिली है। लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया।